जमशेदपुर: जमशेदपुर लोकसभा सीट पर चल रहा चुनाव लगातार करवट बदल रहा है। कभी एक पार्टी भारी पड़ने लगती है तो कभी दूसरी पार्टी। इंडिया गठबंधन की मुस्लिम इलाकों में होने वाली मीटिंग में भीड़ नहीं जुट पा रही है। 2 दिन पहले मानगो में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने एक मीटिंग की थी। लेकिन, यहां भीड़ नहीं जुटी। इससे इंडिया गठबंधन के नेताओं के माथे पर पसीना है। इन दिनों इंडिया गठबंधन को अपने परंपरागत मतदाताओं को मनाने में मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके लिए, इंडिया गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं ने सभी नेताओं को इस काम पर लगा दिया है कि मुस्लिम मतदाताओं को मनाया जाए। मुस्लिम मतदाता में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है। इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी है। मुस्लिम मतदाता इंडिया गठबंधन के नेताओं से एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि क्या मुसलमान अब सिर्फ दरी बिछाएगा। झारखंड की 14 सीटों पर इंडिया गठबंधन ने कहीं से भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिया है। गोड्डा से फुरकान अंसारी को कांग्रेस का टिकट मिलने की उम्मीद थी। लेकिन, वहां से कांग्रेस ने विधायक प्रदीप यादव को मैदान में उतार दिया। जबकि गोड्डा की सीट पर मुसलमान अकेले दम पर किसी भी उम्मीदवार को जिताने की ताकत रखते हैं। ऐसे में गोड्डा सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार को न खड़ा करना इंडिया गठबंधन पर सवाल खड़े करता है। वैसे भी, झामुमो सरकार में भी मुसलमान पर अत्याचार का सिलसिला जारी रहा है। कभी नारेबाजी के नाम पर तो कभी बवाल के नाम पर मुसलमान जेल भेजे गए हैं। उनकी कोई सुनने वाला नहीं था। हालांकि, बाद में पता चला कि आरोप गलत था। लेकिन आरोपी कई महीने तक जेल में रहा। ऐसे में मुसलमानों में जबरदस्त नाराजगी है। लोगों का कहना है कि सरकार में भी मुसलमान के लिए कुछ खास नहीं हो पाया।