न्यूज़ बी: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को गुरुवार को मशहद में इमाम अली राजा अलैहिस्सलाम के दरगाह परिसर में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। उनके जनाजे में 2.2 मिलियन लोगों ने शिरकत की। उनका जनाजा पहले तबरेज फिर कुम और फिर तेहरान ले जाया गया था। तेहरान में बुधवार को ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह सैयद अली हुसैनी खामनाई ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाह्यान समेत अन्य सभी शहीदों की नमाजे जनाजा पढ़ाई। इसके बाद इब्राहिम रईसी का जनाजा गुरुवार को मशहद लाया गया। यहां उन्हें दफन किया गया। 63 वर्षीय ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर रविवार को ईरान के उत्तर पूर्वी प्रांत अजरबैजान प्रांत में क्रैश कर गया था। इस दुर्घटना में ईरानी राष्ट्रपति के अलावा विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाह्यान, तबरेज के इमामे जुमा और उत्तर पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मलिक रहमती, राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड, पायलट, को पायलट आदि शहीद हो गए थे। हमास लीडर इस्माइल हनियां भी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के जनाजे पर पहुंचे थे।
इसके अलावा, आईआरजीसी के कमांडर हुसैन सलामी, कुद्स फोर्स के हेड इस्माईल काआनी भी मौजूद रहे। इसके अलावा, 60 देशों के प्रतिनिधि इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, अफगानिस्तान के तालिबानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी, भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आदि शामिल रहे। मशहद में जब राष्ट्रपति को सुपुर्द ए खाक किया गया तो काले कपड़े में हजारों पुरुष और महिलाएं वहां मौजूद थीं। सभी रो रही थीं। मस्जिद में राष्ट्रपति को सुपुर्द ए खाक किए जाने से पहले उन्हें दक्षिण खुरासान प्रांत की राजधानी बिरजंद ले जाया गया। यहां हजारों लोगों ने अपने राष्ट्रपति को आखिरी सलामी दी।