न्यूज बी : ईरान हमास लीडर इस्माइल हनिया की मौत का बदला लेगा। इसे लेकर ईरान में तैयारी शुरू कर दी गई है। ईरान की सबसे ताकतवर मानी जाने वाली सेना आईआरजीसी ने इसराइल को कड़ा जवाब देना का एलान किया है। माना जा रहा है कि ईरान इसराइल पर सीधा आक्रमण कर सकता है। इसके अलावा, ईरान के कहने पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक मीटिंग भी बुलाई गई है। सुरक्षा परिषद में ईरान के राजदूत ने इसराइल की शिकायत की है। बताते हैं कि सुप्रीम लीडर ने कहा है कि इस्माइल हनिया उनके मेहमान थे। इसराइल ने उनकी हत्या की। यह एक आतंकवादी घटना थी।
इस्माइल हनिया के सपोर्ट में ईरान में प्रदर्शन
इस्माइल हनिया की हत्या के बाद पूरे ईरान में प्रदर्शन हुए हैं। प्रदर्शनकारी इस्माइल हनिया के पोस्टर लिए हुए थे। प्रदर्शनकारी हत्या की इस घटना का बदला लेने की मांग कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि उत्तरी ईरान में इस्माइल हनिया अपने आवास पर थे जब उन्हें ड्रोन के जरिए निशाना बनाया गया। ड्रोन से उनका राकेट हमले की बात कही जा रही है। इस हमले में इस्माइल हनिया का बाडीगार्ड भी मारा गया है। जबकि, इस हत्याकांड पर अब तक इसराइल की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है। गौरतलब है कि इसराइल और हमास के बीच पिछले साल से युद्ध चल रहा है। इस युद्ध में लेबनान का सैनिक संगठन हेजबुल्लाह और यमन भी शामिल है। यमन के अंसारुल्लाह भी फिलिस्तीनियों की मदद में इसराइल पर हमला कर रहे हैं।
कई मुस्लिम देश इसराइल के साथ
इस्माइल हनिया के कत्ल के बाद मध्य पूर्व में हालात गंभीर हो गए हैं। कहा जा रहा है कि इस युद्ध में यूएई और जार्डन समेत कई देश खुल कर इसराइल के साथ हैं। वहीं सऊदी अबर अंदर खाने इसराइल की मदद कर रहा है। फिलिस्तीन के साथ ईरान, लेबनान का हेजबुल्लाह, यमन और ईराक हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सऊदी अरब ने अपने सैनिक ठिकानें इसराइल को दे दिए हैं। तभी वह यमन पर हवाई हमले कर रहा है। उधर, इसराइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में भी ड्रोन अटैक किया है। इसराइल के इस ड्रोन हमले में हेजबुल्लाह का एक टॉप कमांडर और ईरान के एक सैनिक सलाहकार मारे गए हैं।
रूस ने इसराइल को दी चेतावनी
अमेरिका के विदेश मंत्री लायड आस्टिन ने कहा है कि अगर इसराइल पर हमला होता है तो अमेरिका उसे बचाने के लिए आगे आएगा। दूसरी तरफ रूस ने भी इस मामले में कड़ी चेतावनी जारी की है। रूस ने इस हत्याकांड का गंभीर परिणाम सामने आने की बात कही है। गौरतलब है कि रूस पहले से ही इसराइल और उसके मित्र देशों को चेतावनी दे चुका है। रूस के विदेश मंत्री ने हफ्ता भर पहले कहा था कि अगर इसराइल और हमास के बीच जंग नहीं बंद होती तो रूस चुपचाप बैठा तमाशा नहीं देखेगा। इस स्टेटमेंट का यह मतलब निकाला जा रहा है कि अब रूस भी इसराइल-हमास युद्ध में कूदने का मन बना रहा है।