आवासीय क्षेत्र विकसित होने के बाद ही गुलजार हो सकेगी स्मार्ट सिटी
अभी व्यवसायिक व संस्थागत प्लाट्स लेने से कतरा रहे हैं निवेशक
कई शहरों में इंवेस्टर मीट के बावजूद एक ही प्लाट पर हो सकी है नीलामी
इफ्तेखार अली, रांची : रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के अधिकारियों ने भुवनेश्वर और पटना समेत कई शहरों में इन्वेस्टर मीट की। बावजूद 42 में से सिर्फ एक प्लाट की ही नीलामी के लिए ही निवेशकों को रिझाया जा सका। स्मार्ट सिटी कारपाेरेशन के अधिकारियों की एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद भी उन्हें एकल आवेदन के चलते 41 प्लाट्स की नीलामी प्रक्रिया रद करनी पड़ी है। माना जा रहा है कि जब तक रांची स्मार्ट सिटी का आवासीय इलाका गुलजार नहीं हाेता तब तक निवेशक व्यवसायिक व संस्थागत प्रतिष्ठानों वाले प्लाट लेने से कतराते रहेंगे। क्योंकि, निवेशक लंबे समय तक अपना पैसा फंसाना नहीं चाहते।
इसीलिए, वह इस स्मार्ट सिटी में आवासीय इलाके व आधारभूत संरचना के विकसित करने का इंतजार कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि तभी यहां के व्यवसायिक व संस्थागत प्रयोग के प्लाट की बिक्री का दौर तेजी से शुरू होगा।
बता दें कि राजधानी के रांची स्मार्ट सिटी में नीलामी के लिए कुल 52 प्लाट्स बनाए गए हैं। इनमें से पहले चरण में 10 प्लाटों में 58 एकड़ भूमि की नीलामी हो चुकी है। इनमें सात आवासीय प्लाट और तीन मिश्रित प्रयोग के प्लाट हैं। इससे रांची स्मार्ट सिटी को 410 करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा। आवासीय प्लाट पर 15 हजार से अधिक फ्लैट का निर्माण होगा।
पहले चरण के नीलाम प्लाट निवेशकों को अभी नहीं हुए हस्तांतरित
इन सभी 10 प्लाट्स के लिए निवेशकों ने रांची स्मार्ट सिटी को अब तक 30 प्रतिशत रकम ही अदा की है। पूरी रकम जमा करने के लिए निवेशक के पास एक साल का समय है। जब निवेशक पूरी रकम रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन को दे देगा। तभी निवेशक को प्लाट हस्तांतरित किया जाएगा। इसके बाद ही ही इन प्लाट्स पर निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा। रांची नगर निगम के पहले चरण की नीलामी इसी साल मार्च में पूरी हुई है। निवेशकों के पास पूरी रकम जमा करने के लिए अगले साल मार्च तक का समय है। अभी, किसी भी निवेशक ने नीलामी की पूरी रकम जमा नहीं की है। प्लाट अपने कब्जे में लेने के बाद ही निवेशक रांची स्मार्ट सिटी में फ्लैट का निर्माण शुरू करेंगे।
स्मार्ट सिटी के प्लाट नंबर दो पर ही हो रही नीलामी : रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के नियमों के अनुसार जिस प्लाट के लिए तीन या इससे ज्यादा कंपनियों ने नीलामी के लिए आवेदन किया है। उन्हीं पर नीलामी की प्रक्रिया आगे बढ़नी है। रांची स्मार्ट सिटी के प्लाट नंबर दो पर 2.1 एकड़ क्षेत्रफल में स्टूडेंट रिसोर्स सेंटर बनना है। इसकी रिजर्व प्राइस चार करोड़ 24 लाख 70 हजार करोड़ रुपये है। बाकी प्लाट्स पर एकल आवेदन हुए हैं। इसलिए इन प्लाट्स पर नीलामी नहीं हो रही है।
मेडिकल कॉलेज समेत इन 41 प्लाट्स पर नहीं हो रही नीलामी
10 संस्थागत प्रयोग के प्लाट्स हैं : इन प्लाटों में टेक्निकल कॉलेज आर्ट्स एंड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट, हेल्थ मैनेजमेंट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, स्कूल विद हॉस्टल फैसिलिटी, लॉ कॉलेज, फैशन इंस्टीट्यूट, इकोनॉमिक्स स्कूल और इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट के प्लाट शामिल हैं।
16 व्यवसायिक प्रयोग के प्लाट हैं : इनमें फाइव स्टार होटल के दो प्लाट, थ्री स्टार होटल का एक प्लाट, रिटेल माल के दो प्लाट और व्यवसायिक कार्यालयों के सात प्लाट हैं। इसके अलावा, मार्केट का एक, लोकल शॉपिंग सेंटर का एक और वेंडिंग एरिया के दो प्लाट शामिल हैं।
सार्वजनिक और अर्ध सार्वजनिक क्षेत्र के दो प्लाट : इनमें एक हॉस्पिटल और एक मेडिकल कॉलेज बनाया जाना है।
14 मिश्रित प्रयोग के प्लाट हैं : इनमें चार ट्रांजिट हब के प्लाट हैं। बाकी 10 सामान्य मिश्रित प्रयोग के प्लाट हैं।