न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर: अडानी ग्रुप ने न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड एनडीटीवी में 29% की हिस्सेदारी का मालिकाना हक हासिल कर लिया है। इसके लिए, अडानी ग्रुप में शॉर्टकट और नई रणनीति का इस्तेमाल किया। ताकि, मालिकों को खबर तक नहीं लगी और एनडीटीवी का मालिकाना हक उनके पास हो गया। इसके लिए अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड को 403.85 करोड़ रुपए का कर्ज देने वाले विश्व प्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल) को खरीद लिया। वीसीपीएल ने जब एनडीटीवी को चलाने वाली कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड को कर्ज दिया था। तो इसके बदले कुछ वारंट्स (एग्रीमेंट पेपर) कंपनी के द्वारा जारी किए गए थे। यह वारंट्स वीसीपीएल के पास थे। इसके जरिए वीसीपीएल जब भी चाहे एनडीटीवी कंपनी को चलाने वाली कंपनी आरआरपीआर में 99.9% हिस्सेदारी ले सकती थी। वीसीपीएल को खरीदने के बाद अडानी ग्रुप में इन्हीं वारंट्स का इस्तेमाल कर एनडीटीवी को चलाने वाली कंपनी आरआरपीआर पर कब्जा किया है। एनडीटीवी पर 29% की हिस्सेदारी लेने के बाद कंपनी ने कहा है कि वह जल्द ही इसकी 26 फ़ीसदी हिस्सेदारी और खरीद लेंगे। इसके लिए ओपन ऑफर लांच करेंगे। यह ऑफर उन्होंने लांच भी कर दिया है। इसके जरिए वह एनडीटीवी के शेयर होल्डर से शेयर खरीदेंगे। एक शेयर की कीमत 294 रुपए अडानी ग्रुप में लगाई है। दूसरी तरफ, एनडीटीवी के संस्थापक प्रणव राय और राधिका राय ने एक बयान जारी कर कहा कि एनडीटीवी का मालिकाना हक अडानी ग्रुप को शिफ्ट किए जाने के बारे में उन्हें किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी गई। उनसे किसी भी तरह की बातचीत नहीं हुई। ना ही उनसे सहमति ली गई है। उनका कहना है कि वह व्यक्तिगत रूप से अपनी कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के जरिए एनडीटीवी की कुल चुकता शेयर पूंजी का 61.45% रखना जारी रखते हैं। यानी, अब यह मामला कानूनी दांवपेच में भी पड़ सकता है। पूरी प्रक्रिया को समझने के बाद कोई भी जान सकता है कि अडानी ग्रुप ने शॉर्टकट और चालाकी करते हुए एनडीटीवी का मालिकाना हक हासिल करने का दावा किया है।