जमशेदपुर : करीम सिटी कॉलेज के भूगोल के छात्रों ने भूगोल विभाग के अध्यक्ष डॉ आले अली के नेतृत्व में शनिवार को खास महल स्थित परमाणु खनिज अन्वेषण अनुसंधान निदेशालय का भ्रमण किया। इस दौरान टेक्निकल ऑफीसर अंकुर त्रिवेदी ने होमी भाभा ऑडिटोरियम में परमाणु खनिज अन्वेषण अनुसंधान निदेशालय की कार्य प्रणाली पर प्रकाश डाला। छात्र-छात्राओं को चार ग्रुप में बांट कर भौतिक, रसायन, पैट्रोलॉजी, भूविज्ञान प्रयोगशाला और म्यूजियम का भ्रमण कराया गया। हर ग्रुप के साथ परमाणु खनिज अन्वेषण अनुसंधान निदेशालय के वैज्ञानिक और टेक्निकल ऑफीसर मौजूद थे, जो छात्र-छात्राओं को जरूरी जानकारी दे रहे थे। इन टेक्निकल ऑफीसर व वैज्ञानिकों में अंकुर त्रिवेदी, नीलम भकत, चंदा मांझी, आशीष महंत, चांदनी रानी दास आदि थीं। छात्रों को बताया गया कि परमाणु खनिज अन्वेषण अनुसंधान निदेशालय का मुख्य काम ऊर्जा कार्यक्रम में परमाणु के सफल कार्यान्वयन के लिए यूरेनियम संसाधनों की पहचान और मूल्यांकन करना है। इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को भारत की परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम की जरूरत और उसके लाभ के बारे में जानकारी देना था। इसे लेकर निदेशालय में एक गोष्ठी आयोजित हुई, जिसमें परमाणु ऊर्जा के उपयोग और लाभ के बारे में बताया गया। निदेशालय के भौतिक विभाग में छात्रों ने यूरेनियम सेंसर और डिटेक्टर देखा। भूविज्ञान प्रयोगशाला में छात्रों को चट्टान में परमाणु खनिज की गणना की प्रक्रिया माइक्रोस्कोप के जरिए दिखाई गई। खेतों पर सर्वेक्षण की विधि और चट्टान के वर्गीकरण को भी दर्शाया गया। वक्ताओं ने थर्मल ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा की तुलना की और बताया कि परमाणु ऊर्जा पर्यावरण के अनुकूल है। इस मौके पर करीम सिटी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर मोहम्मद रियाज ने कहा कि यह भ्रमण काफी अच्छा रहा। भ्रमण एवं सर्वेक्षण का नेतृत्व भूगोल विभाग के अध्यक्ष डॉ आले अली ने किया। साथ ही सहायक प्रोफेसर के रूप में डॉक्टर फरजाना अंजुम और डॉक्टर पसारुल इस्लाम भी मौजूद रहे।