लाइसेंसी इंजीनियर ने बनाया फर्जी स्वीकृत भवन प्लान
इंजीनियर व मकान मालिक पर प्राथमिकी दर्ज
जागरण संवाददाता, रांची : रांची नगर निगम के लाइसेंसी इंजीनियर रोहित कुमार ने फर्जी स्वीकृत भवन प्लान बनाया है। इस भवन प्लान के नगर निगम के संज्ञान में आने के बाद टाउन प्लानर अरुण कुमार ने इसकी जांच की और पाया कि यह भवन प्लान फर्जी है। इसके बाद बुधवार को नगर निवेशक अरुण कुमार ने लाइसेंसी इंजीनियर रोहित कुमार और भूमि के मालिक अनंत सागर के खिलाफ कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
रोहित रांची नगर निगम में लाइसेंसी आर्किटेक्ट हैं। वह भवन का प्लान स्वीकृत कराने के लिए आवेदन जमा करने से लेकर प्लान स्वीकृत कराने तक का काम करते हैं। उन्होंने अपने क्लाइंट किलबर्न कॉलोनी के दुर्गा अपार्टमेंट के रहने वाले अनंतसागर के लिए भवन प्लान स्वीकृत कराने का आवेदन रांची नगर निगम में दिया था। यह भवन प्लान हरमू हाउसिंग कॉलोनी के प्लाट संख्या एच 44 पर भवन निर्माण के लिए था। भवन प्लान का आवेदन 7 अप्रैल को किया गया था। इसकी जांच के बाद पाया गया कि भवन प्लान के आवेदन की ड्राइंग त्रुटिपूर्ण है। इसके चलते 17 मई को भवन प्लान का आवेदन अस्वीकृत कर दिया गया था और लाइसेंसी इंजीनियर रोहित को ऑनलाइन इसकी जानकारी दे दी गई थी। आवेदन भी भेज दिया गया था। लाइसेंसी इंजीनियर रोहित के पास मौका था कि वह ऑनलाइन पद्धति से भवन प्लान में सॉफ्टवेयर द्वारा बताई गई त्रुटि को ठीक कर दोबारा आवेदन कर सकते थे। रोहित ने अपने तरीके से त्रुटि ठीक कर दोबारा भवन प्लान स्वीकृत करने का आवेदन दिया। लेकिन जांच में पाया गया कि भवन प्लान के ड्राइंग में अभी भी खामी है। इसके बाद 15 जुलाई को भवन प्लान के आवेदन को दूसरी बार अस्वीकृत कर दिया गया और इसे ऑनलाइन इंजीनियर रोहित के को वापस कर दिया गया। इसके बाद रोहित ने रांची नगर निगम द्वारा भवन प्लान के आवेदन को अस्वीकृत कर दिए जाने के बावजूद रांची नगर निगम के नगर निवेशक अरुण कुमार का जाली डिजिटल हस्ताक्षर बनाया और इसका इस्तेमाल करते हुए जाली स्वीकृत भवन प्लान तैयार कर लिया और उसे भूमि स्वामी को दे दिया। जबकि यह भवन प्लान वास्तव में रांची नगर निगम ने अस्वीकृत कर दिया था। इसके बाद जब हरमू हाउसिंग कॉलोनी के प्लाट संख्या एच 44 पर निर्माण शुरू हुआ तो रांची नगर निगम के अधिकारियों से किसी ने इसकी शिकायत कर दी।
इसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने अनंतसागर से भवन प्लान मांगा। तब उन्होंने फर्जी भवन प्लान दिखाया। जिसे देखते ही नगर निवेशक अरुण कुमार को शक हुआ और उन्होंने इसकी जांच शुरू कर दी। जांच में पाया गया कि यह भवन प्लान फर्जी है। अनंत सागर ने बताया कि यह भवन प्लान उन्हें रोहित ने दिया था। जांच में पाया गया कि यह भवन प्लान कभी रांची नगर निगम में स्वीकृत नहीं किया गया। इसके बाद बुधवार को नगर निवेशक अरुण कुमार कोतवाली थाना गए और वहां इंजीनियर रोहित के साथ ही भूस्वामी अनंत सागर पर प्राथमिकी दर्ज करा दी है। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। कोतवाली थाना प्रभारी का कहना है कि इस मामले में रांची नगर निगम जाकर दस्तावेज खड़ा ले जाएंगे।