गरीब रथ में था नाे रूम, दिल्ली नहीं जा सके जेल में बंद पूर्व मंत्री योगेंद्र साव
जेल में बंद पूर्व मंत्री टिकट नहीं मिलने पर आंख का इलाज कराने नहीं जा सके दिल्ली
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को आंख का इलाज कराने तीन दिसंबर को दिल्ली जाना था। डॉक्टर ने उन्हें एम्स में 4 दिसंबर को बुलाया था। लेकिन, योगेंद्र साव को ट्रेन का टिकट नहीं मिलने की वजह से उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी है। शुक्रवार को दिल्ली जाने वाली ट्रेन गरीब रथ में सात दिसंबर तक नोरूम है। एक भी सीट खाली नहीं है। अब एम्स के डॉक्टर से उनका 18 दिसंबर का अपॉइंटमेंट है। योगेंद्र साव के टिकट के लिए अभी से अधिकारी जोर आजमाइश में जुट गए हैं।
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की आंख का एम्स में इलाज चल रहा है। वह कई बार इलाज कराने दिल्ली जा चुके हैं। इस बार उन्हें डॉक्टर ने चार दिसंबर को बुलाया था। तीन दिसंबर यानी शुक्रवार को पूर्व मंत्री को गरीब रथ ट्रेन से दिल्ली पहुंचना था। लेकिन, उन्हें गरीब रथ का टिकट नहीं मिल पाया। इस वजह से पूर्व मंत्री वहां नहीं जा सके।
पूर्व मंत्री को दिल्ली भेजने के लिए जेल प्रशासन ने दो दिसंबर को एसएसपी को पत्र भेजा था और सुरक्षा गार्ड मांगा था। इसके बाद शुक्रवार को आठ पुलिसकर्मी कमान लेकर जेल पहुंचे थे। सुरक्षाकर्मी के जेल पहुंचने के बाद जब सभी के लिए टिकट कटवाने का प्रयास किया गया तो सात दिसंबर तक ट्रेन में सीट फुल मिली। गरीब रथ ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन से शाम 4.25 बजे है। गौरतलब है कि जेल में बंद पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ग्लूकोमा का इलाज कराने दिल्ली के एम्स जाते रहते हैं। योगेंद्र साव कई मामलों में फंसे हैं।
18 दिसंबर के लिए कोर्ट से लेनी होगी अनुमति
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव अब 18 दिसंबर को एम्स जाकर अपनी आंख का चेकअप कराएंगे। इसके लिए जेल प्रशासन को कोर्ट से अनुमति लेनी होगी। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद जेल प्रशासन इस बार पहले से दिल्ली के लिए मंत्री और पुलिसकर्मियों का टिकट कटवाएगा। इसके लिए अभी से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पिछले साल निलंबित हुए थे छह पुलिसकर्मी
पिछले साल पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ग्लूकोमा के इलाज के लिए दिल्ली के एम्स गए थे। वह इलाज के नाम पर निकले थे। लेकिन दिल्ली और अन्य इलाकों में घूम रहे थे। इस पर उनकी सुरक्षा में तैनात छह पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। इन पुलिसकर्मियों का लोकेशन पंजाब, हिमाचल आदि जगह पर मिला था।