बिजली नहीं है या समय पर बिल नहीं आता, ट्रांसफार्मर खराब है या वोल्टेज नहीं रहता…कल आन द स्पाट होगा निपटारा
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : रांची के शहरी इलाकों की तरह ही ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति को बेहतर करने के लिए झारखंड बिजली वितरण निगम ने पहल की है। निगम ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को खास जिम्मेदारी सौंपी है। ग्रामीण इलाकों में बिजली नहीं है या समय पर बिल नहीं आता, ट्रांसफार्मर खराब है, ऐसी शिकायतों का तुरंत निपटारा किया जाएगा। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा लाइनमैन से लेकर पदाधिकारियों को सोमवार 29 नवंबर को जिले के सभी प्रखंडों में गांव-गांव का दौरा कर ग्रामीण उपभोक्ताओं से संपर्क स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं।
रांची सर्किल के महाप्रबंधक प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वो खुद ब्रांबे पंचायत के माल टोली और टीको टोली गांव जाकर ग्रामीणों से बिजली व्यवस्था की जानकारी लेंगे। विभाग की ओर से आगे भी इस तरह की पहल की जाएगी। उन्होंने बताया कि गांवों में बिजली की क्या स्थिति है। वोल्टेज ठीक रहता है या नहीं। बिजली का इंफ्रास्ट्रक्चर क्या है। कहीं तार झूल रहा या ट्रांसफार्मर खराब है…इन सब चीजों को देखा जाएगा। साथ ही वन टाइम सेटलमेंट (एकमुश्त योजना) के बारे में बताया जाएगा। उपभोक्ता चार किश्तों में बकाया राशि जमा कर सकते हैं।
निर्देश में कहा गया कि विद्युत विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की स्थिति जानने के अलावा ग्रामीण उपभोक्ताओं से आपूर्ति से संबंधित समस्याओं को लेकर बात करें। वहीं, समय पर बिजली बिल प्राप्त होने की जानकारी, विद्युत विपत्र भुगतान की स्थिति, एकमुश्त समझौता योजना के संबंध में जानकारी एकत्र करने एवं इसका लाभ लेने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। निर्देश के मुताबिक विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी ब्रांबे पंचायत, मुरमा पंचायत, ओरमांझी पंचायत, खंटगा पंचायत, बोरैया पंचायत, अनगड़ा पंचायत, चंदवे पंचायत एवं एदलहातु पंचायत अंतर्गत विभिन्न गांवों का दौरा कर ग्रामीणों से बात करेंगे।
रांची के सभी 15 प्रखंडों के अंतर्गत आने वाले गांव की सूची तैयार कर डिवीजन के अधिकारियों को दे दी गई है। विभागीय अधिकारी, ऊर्जा मित्र, लाइनमैन और ग्रामीण विद्युतीकरण कार्य से जुड़ी एजेंसी के माध्यम से शिकायतें सुनी जाएंगी। फिर इससे विभाग को अवगत करा दिया जाएगा। मुखिया व अन्य पंचायत प्रतिनिधियों से मिलकर बिजली आपूर्ति से संबंधित शिकायत सुनेंगे। अगर किसी गांव का ट्रांसफार्मर अन्य उपकरण या फिर गांव की बिजली व्यवस्था खराब है तो इसकी सूची तैयार कर उसे देने का प्रयास किया जाएगा।