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ईद मिलादुन्नबी पर राजधानी होगी जगमग, चप्पे-चप्पे पर लगाए जाएंगे झंडे

19 अक्टूबर को धूमधाम से राज्य में मनाया जाएगा जश्ने ईद मिलादुन्नबी
एदार ए शरिया झारखंड की मेन रोड में हुई बैठक के बाद जारी की गई पर्व की गाइडलाइन

न्यूज़ बी रिपोर्टर जमशेदपुर : रांची: राजधानी रांची समेत प्रदेश के सभी शहरों में में ईद मिलादुन्नबी का पर्व 19 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। एदार ए शरीया झारखंड के उलेमा, मस्जिदों के ईमाम,मुफ्तियाने केराम और दानिशवरों की मेन रोड स्थित मधुबन मार्केट में बैठक कर ईद मिलाद उन नबी सल्लल्लाहु अलैहि व वसल्लम की तैयारियों का जायजा लिया। इस बैठक की अध्यक्षता सरपरस्त मोहम्मद सईद और संचालन नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने किया। कुरान की तिलावत से बैठक प्रारंभ हुई। कारी अय्यूब ने तिलावत की और उसकी तफ्सीर मुफ्ती फैजुल्लाह मिस्बाही ने करते हुए कहा कि 12 रबी उल अव्वल हजरत पैगंबर साहब का जन्म दिवस है। इस अवसर पर खुशियां मनाने का हुक्म अल्लाह ने कुरान में दिया। बैठक के विषय पर रोशनी डालते हुए मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने कहा कि एदार ए शरीया के ऐलान के मुताबिक राज्य भर में 19 अक्टूबर को मंगलवार को ईद मिलाद उन नबी सल्लल्लाहो अलैहि व सल्लम मनाई जा रही है। इसकी तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। मौजूदा परिस्थिति के परिपेक्ष में राज्य के सभी जुलूस निकालने वाली समितियां और कमेटियों के जिम्मेदार एदार ए शरीया से इस संबंध में गाइडलाइन और मार्गदर्शन जारी करने की अपील कर रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि एदार ए शरीया झारखंड ईद मिलादुन्नबी के पावन अवसर पर एक गाइडलाइन और रहनुमाई और हिदायत नामा जारी करे। विषय के संबंध में सभी वक्ताओं ने अच्छी गुफ्तगू की और कहा कि इस्लाम में 12 रबी उल अव्वल ईद मिलादुन्नबी दोनों ईदों से अफजल है और यह एक बड़ा त्यौहार है। पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि व सल्लम नबी बन कर आए तो पूरे विश्व के कल्याण हेतु दयालु और रहमत वाले नबी बनकर आए। इसलिए उस दिन ज्यादा से ज्यादा खुशियां मनाई जानी चाहिए। बैठक के अंत में एदार ए शरीया के पदाधिकारियों ने राज्य भर के मुसलमानों के लिए ईद मिलाद उन नबी के अवसर पर जो हिदायतनामा और गाइडलाइन जारी की है।
एदार ए शरीया ने ईद मिलाद उन नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के पवित्र अवसर पर राज्य सरकार से साफ सफाई पानी बिजली और विधि व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की अपील की है और झारखंड के तमाम बशिंदों, देशवासियों और विश्व बिरादरी को ईद मिलाद उन नबी की मुबारकबाद पेश करते हुए विश्व शांति व अमन की उम्मीद की है।कहा है कि हर व्यक्ति नबी की तालीमात पर अमल करें। और प्यार मोहब्बत भाईचारे और अमन के पैगाम को कायम रखें।
बैठक में मोहम्मद सईद सरपरस्त एदार ए शरिया झारखंड, मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी नाजिमे आला एदार ए शरीया झारखंड, मुफ्ती मोहम्मद फैजुउल्ला मिस्बाही, मौलाना डॉक्टर ताजुद्दीन रिजवी, मौलाना जसीम उद्दीन खान, कारी मोहम्मद अयूब रिजवी, मौलाना मुफ्ती एजाज हुसैन मिस्बाही, हाजी समीउल्ला खान असदकी, अकीलुर रहमान, मौलाना शब्बीर अहमद, कारी मोहम्मद निजाम, मौलाना शेर मोहम्मद मोहम्मद, वारिस खान, मौलाना निजामुद्दीन , एसएम मोईन ,मौलाना शमशाद मिस्बाही, मौलाना कलीमुद्दीन ,मौलाना गुलाम फारूक मिस्बाही, मौलाना मसूद फरीदी, हाफिज मुजीब उर रहमान, आदिल रशीद, अबूजर गफ्फारी, हाफिज अशरफ उल्लाह, हाफिज ताहिर, मौलाना नूर आलम, अशरफ खान, मोहम्मद तौहीद, मोहम्मद मौजूद, मौलाना शमीम अख्तर, मौलाना अब्दुल मुबीन, महताब आलम, मोहम्मद फारूक, मोहम्मद शोएब, सैय्यद तनवीर आलम, हाफिज शाबान व अन्य शामिल हुए।
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एदार ए शरिया की गाइडलाइन
– 19 अक्टूबर 2021 दिन मंगलवार बारहवीं शरीफ है। ईद मिलादुन्नबी का जश्न खूब धूमधाम और अकीदत व एहतराम के साथ मनाएं।
–12वीं की रात यानी 18 अक्टूबर सोमवार दिन गुजार कर आने वाली रात में विशेषकर घरों महल्लों, गलियों, चौक चौराहों ,मस्जिदों, मदरसों ,मकतब, खानकाहों और घरों को लाइट, झंडे और बैनर व कुमकुमे से सजाएं
3- इसी रात हर तरफ गांव मोहल्लों और कालोनी में मिलाद ए मुस्तफा की महफिल का आयोजन खूब-खूब करें और हर घर में फातेहा, नजर व नेयाज करके दुआ करें।
-. ईद मिलादुन्नबी यानी बारहवीं शरीफ के दिन गरीबों, मोहताजों और बीमारों की मदद करें।
-ईद मिलादुन्नबी के मौके पर हर घरों की छतों, बालकनी, हर कूचों को साफ सुथरा कर के झंडे लगाएं और हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के जन्म दिवस की खुशियां मनाते हुए अलम और निशान भी लगाएं।
-. हिंदू ,सिख, ईसाई, दलित आदिवासी और तमाम वर्गों के साथ अच्छे वातावरण में प्यार मोहब्बत के माहौल में और अमन भाई चारे के साथ पेश आएं उन्हें तोहफा दें और एक दूसरे को बधाई दें। साथ दुरुद ओ सलाम और सलाम अलेका या रसूल सलाम अलैका, या नबी सलाम अलेका ,मुस्तफा जाने रहमत पे लाखों सलाम, शमए बज्मे हिदायत पे लाखों सलाम, रबी उल अव्वल उम्मीदों की दुनिया साथ ले आया, दुआओं की कुबुलियत को हाथों-हाथ ले आया और नाते मुस्तफा का खूब-खूब एहतमाम करें
-मेन रोड, चौराहों व गलियों में रसूल की आमद और पैगामे मोहब्बत भाईचारे के बैनर लगाए जाएं.

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