न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : मनरेगा घोटाले को लेकर ईडी ने मंगलवार को पूजा सिंघल से लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की। पूजा सिंघल सुबह 11:15 बजे ईडी के दफ्तर पहुंची थीं और लगभग 8:15 बजे रात को बाहर निकलीं। सूत्रों के मुताबिक पूजा सिंघल से मनरेगा घोटाले से संबंधित सवाल पूछे गए। उनसे पूछा गया कि जब वह डीसी थीं तो उनके खाते में आय से अधिक 1.43 करोड़ रुपए कहां से आए। पूजा सिंघल ने जवाब दिया कि मनरेगा घोटाले में उन को क्लीन चिट मिल चुकी है। राज्य सरकार ने जांच कमेटी गठित की थी और उस जांच कमेटी ने उन्हें घोटाले से दोषमुक्त कर दिया था। गौरतलब है कि खूंटी में मनरेगा की योजनाओं में 18.06 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। सूत्रों का कहना है कि ईडी के अधिकारियों ने पूजा सिंघल से पूछा कि मनरेगा घोटाले में पूर्व में गिरफ्तार कनीय अभियंता राम विनोद प्रसाद सिन्हा का कहना है कि 5% कमीशन उपायुक्त कार्यालय पहुंचता था। इस पर पूजा सिंघल ने कहा कि राम विनोद प्रसाद सिन्हा ने उनका नाम नहीं लिया है। बेवजह उनका नाम इसमें घसीटा जा रहा है। बताते हैं कि इस मामले में अब पूजा सिंघल की गिरफ्तारी हो सकती है। उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मामले को लेकर आला अधिकारियों के साथ मंथन किया है। गौरतलब है कि ईडी ने आईएएस पूजा सिंघल के 25 ठिकानों पर छापामारी की थी। शुक्रवार को हुई इस छापामारी में आईएस पूजा सिंघल के सीएस सुमन सिंह के पास से 19.3 करोड़ रुपये बरामद हुए थे। इस मामले में ईडी ने सुमन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और अब पूजा सिंघल से भी पूछताछ की जा रही है।