नई दिल्ली: ‘सर’ शब्द का उपयोग आजकल स्कूलों, कॉलेजों और ऑफिसों में सम्मानजनक तरीके से किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस शब्द का असली मतलब और इतिहास क्या है? बहुत से लोग सोचते हैं कि ‘सर’ का संबंध गुलामी से है, लेकिन असल में ऐसा नहीं है।
‘सर’ शब्द की जड़ें फ्रेंच भाषा में हैं, जहां इसे ‘सायर’ (Sire) कहा जाता था। ‘सायर’ का अर्थ होता है ‘भद्र पुरुष’ या ‘वरिष्ठ पुरुष’। अंग्रेजी में इसे ‘Sir’ कहा जाता है, जो कि ‘Senior’ के समकक्ष है। यह शब्द बहुत पुराना है और इसका इस्तेमाल सम्मानजनक रूप से किया जाता था।
ब्रिटिश राज के दौरान, अंग्रेजों ने कुछ भारतीयों को ‘सर’ उपाधि दी, जो एक सम्मान और कूटनीतिक कारणों से थी। इसका मतलब यह नहीं था कि ‘सर’ का संबंध गुलामी से है, बल्कि यह एक सम्मानजनक उपाधि थी जो ब्रिटिश शासन द्वारा दी गई थी।
इतिहास के अनुसार, ‘सर’ शब्द का कोई भी संबंध गुलामी की मानसिकता से नहीं है। इसके विपरीत, यह एक पुरानी और सम्मानजनक परंपरा का हिस्सा है। जब आप किसी को ‘सर’ कहते हैं, तो आप इस ऐतिहासिक और सम्मानजनक परंपरा का हिस्सा बन जाते हैं।
इसलिए, अगली बार जब आप ‘सर’ शब्द का उपयोग करें, तो जानिए कि इसके पीछे एक लंबा और सम्मानजनक इतिहास छिपा है। यह शब्द एक ऐतिहासिक परंपरा का हिस्सा है जो सम्मान और वरिष्ठता को दर्शाता है।