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नरसंहार का फरार आरोपित 16 साल बाद हुआ गिरफ्तार

नरसंहार का फरार आरोपित 16 साल बाद हुआ गिरफ्तार

ओपी प्रभारी ने खुद को किसी बिल्डर का मुंशी बता कर दिल्लू की गिरफ्तारी का फैलाया था जाल
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची :
हजाम गांव में डायन बिसाही का आरोप लगा कर एक ही रात एक परिवार के सात लोगों की हत्या का फरार आरोपित दिल्लू महतो इन दिनों छुप कर पंडरा में रह रहा था। जबकि, पुलिस पंजाब और हरियाणा में उसकी तलाश में खाक छान रही थी। इधर पुलिस के मुखबिरों ने सूचना दी कि हत्यारोपित पंडरा में है। दिल्लू बढ़िया राममिस्त्री है और वह पंडरा इलाके में निर्माण कार्य में लगा हुआ था। तुपुदाना ओपी प्रभारी एक बिल्डर का मुंशी बन कर पंडरा गए और दिल्लू को एक साइट पर काम करने के लिए तय किया और साइट दिखाने के बहाने ओपी लाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। अब इस हत्याकांड का एक आरोपित ही फरार बचा है। अब पुलिस इस फरार हत्यारोपित की तलाश में जुट गई है। दिल्लू को जेल भेज दिया गया है।
तुपुदाना ओपी में आरोपित दिल्लू महतो उर्फ दिलेश्वर महतो के खिलाफ साल 2005 में केस दर्ज हुआ था। 28 जनवरी 2005 को तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम गांव में डायन बिसाही के मामले को लेकर बीरबल महतो के परिवार के सात लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। हयारोपियों ने डायन बिसाही का आरोप लगा कर घर को चारों तरफ से घेर लिया था। इसके बाद घर में घुस कर एक एक कर सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में मृतक बीरबल महतो की दूसरी पत्नी अपने दूधमुंहे बच्चे को गोदी में लेकर घर से भागने में सफल हो गई थी। उसने रात भर झाड़ी में छिप कर जान बचाई थी। उसकी आंखों के सामने ही उसके पति एवं उसके बच्चे सहित सात लोगों को मार डाला गया था। रात भर झाड़ी में छिपे रहने के बाद सुबह तुपुदाना ओपी में उसने हत्याकांड की जानकारी दी थी।
पुलिसकर्मियों ने समझा कि महिला पागल है। उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन अगल-बगल के ग्रामीणों ने मामले की जानकारी दी तब पुलिस सक्रिय हुई थी। इस लोमहर्षक हत्याकांड की घटना से पूरा जिला थर्रा उठा था। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पूरे गांव के लोग रातों रात फरार हो चुके थे। मृतक बीरबल महतो की पत्नी के बयान पर 17 लोगों के विरुद्ध पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस मामले में 10 लोग फरार चल रहे थे। सात लोग जेल में हैं। उनमें से एक आरोपी की जमानत के लिए जब हाईकोर्ट में मामला गया तब हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया कि इस घटना पर पुलिस बाकी 10 आरोपियों को अब तक क्यों गिरफ्तार नहीं कर पाई है। तत्कालीन एसएसपी अनीश गुप्ता को हाई कोर्ट ने सशरीर उपस्थित होने का आदेश दिया। साथ ही सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर हाई कोर्ट को सूचना देने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और एक एक कर उसने आरोपियों को गिरफ्तार करना शुरू किया। इस मामले में अब तक 16 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।

दिल्लू उर्फ दिलेश्वर महतो हत्याकांड के बाद पंजाब हरियाणा में काफी दिनों तक छिप कर रहा है। पिछले दो वर्षों से पंडरा इलाके में रहकर मजदूरी का कार्य करता था। तुपुदाना ओपी प्रभारी कन्हैया सिंह मामले ने जानकारी पाकर बिल्डर का मुंशी बनकर 3 दिनों की मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार किया है।

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