न्यूज़ बी : नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शनिवार की देर रात सीबीआई को जांच सौंपने का ऐलान किया था। इसी के बाद सीबीआई रविवार की सुबह हरकत में आई। सीबीआई के अधिकारियों ने नीट यूजी पेपर लीक मामले का अध्ययन किया। अब तक कहां कितनी गिरफ्तारी हुई है। कहां क्या कार्रवाई हुई है। इसका अध्ययन किया गया। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की रिपोर्ट भी पढ़ी गई और इसके बाद प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई है। गौरतलब है कि 5 मई को नीट यूजी की परीक्षा का आयोजन देशभर में किया गया था। परीक्षा परिणाम 14 जून को आना था। लेकिन आनन-फानन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने लोकसभा चुनाव के मतगणना वाले दिन ही रिजल्ट घोषित कर दिया। लोगों का आरोप है कि ऐसा गड़बड़ी को छिपाने के लिए किया गया था। लेकिन गड़बड़ी उजागर हो ही गई। 67 लोगों को 720 अंक में 720 अंक मिले। कुछ लोगों को 718 और 719 अंक मिले। जानकारों ने आरोप लगाया की नीट यूजी की परीक्षा में अंक देने का जो पैटर्न है। उसके मुताबिक किसी को भी 718 या 719 अंक नहीं मिल सकते। ऐसे में उम्मीदवारों को 718 या 719 अंक कैसे मिले हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इसका जवाब दिया और कहा कि कुछ छात्रों को गैस ग्रेस मार्क दिए गए हैं। छात्रों को ग्रेस मार्क क्यों दिए गए इसके जवाब में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का कहना था कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र देर से वितरित किए गए। इसलिए उन्हें ग्रेस मार्क दिए गए। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ग्रेस मार्क खत्म करते हुए ऐसे लोगों की परीक्षा रद्द कर दी गई और 1567 ऐसे उम्मीदवारों का रिएग्जाम होना है।