इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी : भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार को तहसील परिसर में चल रहा 75 घंटे का धरना समाप्त कर दिया। किसानों ने प्रधानमंत्री को संबोधित पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन एसडीएम चायल को सौंपा। बड़े विरोध के बाद यूनियन ने 9 दिसंबर 2021 को सरकार से लंबी वार्ता के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त किया था। लेकिन वादा करने के बाद भी यूनियन की मांगें नहीं मानी गई थीं। इसी बात को लेकर किसान 75 घंटे का धरना दे रहे थे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर कौशांबी के चायल तहसील में कार्यकर्ताओं ने शनिवार को तहसील प्रांगण के अंदर चल रहे इस धरने को समाप्त कर दिया। इसके बाद देश के प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम मनीष कुमार यादव को सौंपा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष चंदू तिवारी ने की। उन्होंने मांग की कि लखीमपुर खीरी जिले में कुछ माह पहले हुए 4 किसान और एक पत्रकार की हत्या की साजिश रचने के मामले में दोषी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आशीष मिश्रा टेनी को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए। लखीमपुर खीरी हत्याकांड में कुछ किसानों को दोषी ठहराते हुए जेल भेजा गया था। उनके ऊपर से केस वापस किए जाएं और घायल हुए किसानों के परिजनों को मुआवजा देने का वादा पूरा करें। सभी प्रकार के फसलों पर स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों के आधार पर ही एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाए। किसानों के बिजली के बिल माफ किए जाएं। इस आंदोलन के दौरान किसानों के ऊपर लादे गए केस वापस लिए जाएं। इस कार्यक्रम में तहसील अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद, मान सिंह पटेल, ननकू लाल शर्मा, बिंदेश्वरी प्रसाद, बड़े लाल, गीता देवी, सुनीता देवी, रामाकांत और शिव, भगवान लाल आदि किसानों ने भाग लिया।