न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : पुलिस ने 18 अगस्त को मानगो के उलीडीह में बैंक आफ इंडिया में हुई बैंक डकैती की घटना का खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने डकैती की घटनाओं को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के सदस्य पटना गया और समस्तीपुर के रहने वाले हैं। बिहार के वैशाली जिला के महुआ थाना क्षेत्र के ताजपुर बुजुर्ग गांव के रहने वाले भागवत ठाकुर और बिहार के ही दरभंगा जिले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के खैरा गांव के रहने वाले खगेंद्र नारायण सिंह उर्फ सोनू और संतोष को गिरफ्तार किया है। इस डकैती कांड का एक अन्य सदस्य धनबाद में पुलिस से हुई मुठभेड़ के बाद जेल में है। जमशेदपुर पुलिस पटना जेल में बंद घटना के मास्टरमाइंड और धनबाद मुठभेड़ के बाद जेल में बंद डकैत को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
घटना का एक मास्टरमाइंड पटना जेल में दूसरा विदेश में
एसएसपी ने बताया कि घटना में कुल 7 डकैत शामिल थे। पांच डकैत घटनास्थल पर मौजूद थे। और दो लोग बाहर से इनको सपोर्ट कर रहे थे। घटना का मास्टरमाइंड पटना जेल में बंद है। एक मास्टरमाइंड विदेश में बैठा हुआ है। वहीं से इसकी मानीटरिंग कर रहा था। पुलिस अन्य डकैतों की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी हुई है। एसएसपी ने बताया कि डकैत पटना से कंटेनर में आए थे। चांडिल के पास एक ढाबे पर रुके थे। वहीं से चोरी की दो बाइक में डकैत घटना को अंजाम देने के लिए बैंक पहुंचे थे।
डकैती को अंजाम देने के बाद कंटेनर से कोलकाता भागे थे डकैत
घटना को अंजाम देकर कंटेनर में ही यह लोग कोलकाता भागे थे। पुलिस ने इनके पास से घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल बरामद की है। एक पल्सर मोटरसाइकिल है दूसरी अपाचे। इसके अलावा घटना में प्रयुक्त कंटेनर गाड़ी भी बरामद की गई है। इसी में डकैत लूट का माल ले गए थे। अभियुक्त सोनू के पास से एक स्मार्टफोन व एक कीपैड मोबाइल और भागवत ठाकुर के पास से एक नोकिया का फोन और 6000 रुपए बरामद किए हैं। दोनों अपराधियों का आपराधिक इतिहास है।
इन्हीं बदमाशों ने अंजाम दी थी छगनलाल ज्वेलर्स के कर्मचारियों से लूट की घटना
एसएसपी प्रभात कुमार ने बुधवार को अपने ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि आरोपी का खगेंद्र नारायण दरभंगा जिले से पहले भी जेल जा चुका है। उस पर हत्या का मुकदमा है और भागवत ठाकुर ओडिशा में डकैती के मामले में जेल जा चुका है। अपराधियों ने बैंक डकैती के साथ ही बिष्टुपुर के छगनलाल ज्वेलर्स के कर्मचारी से 14 फरवरी को 32 लाख रुपए की लूट की घटना में भी अपना हाथ होना स्वीकार कर लिया है।
18 अगस्त को हुई थी बैंक डकैती
गौरतलब है कि इन अपराधियों ने 18 अगस्त को उलीडीह थाना क्षेत्र के उलीडीह स्थित बैंक ऑफ इंडिया में डकैती की घटना को अंजाम दिया था। डकैतों ने बैंक से 33 लाख 68 हजार 890 रुपए नकद और 41 सील बंद पैकेट में 2324.76 ग्राम सोने के जेवरात पार किए थे। इन जेवरात का मूल एक करोड़ 12 लाख 11 हजार 868 रुपए है। एसएसपी प्रभात कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दोनों अपराधियों को एमजीएम अस्पताल में मेडिकल जांच कराने के बाद जेल भेजा जा रहा है।