नई दिल्ली: बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट एम महबूब उद्दीन ने भारत से मांग की है कि वह बांग्लादेश की पूर्व प्राइम मिनिस्टर शेख हसीना और उसकी बहन शेख रेहाना को गिरफ्तार करें और बांग्लादेश को वापस कर दें। सुप्रीम कोर्ट के बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट ने कहा है कि वह भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि शेख हसीना और शेख रेहाना बांग्लादेश से फरार हुई हैं। शेख हसीना ने बांग्लादेश में कई लोगों की हत्या की है।
बांग्लादेश में इमरजेंसी ना लगाने की मांग
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता जो बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के जॉइंट सिक्योरिटी जनरल भी हैं, उन्होंने बांग्लादेश के अधिकारियों से मांग की है की बांग्लादेश में इमरजेंसी न लगाई जाए। उन्होंने कहा है कि वह अमीन यू अहमद और फखरुद्दीन अहमद जैसी सरकार नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि कोई छात्र बांग्लादेश में इमरजेंसी नहीं चाहता। कोई इसे स्वीकार नहीं करेगा। गौरतलब है कि बांग्लादेश में इमरजेंसी लगने पर सत्ता सेना के हाथ में चली जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट के भ्रष्ट जजों से मांगा इस्तीफा
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट एम महबूबुद्दीन ने सुप्रीम कोर्ट बार बिल्डिंग में एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की थी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के ऐसे जज जो राजनीति और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। एक सप्ताह के अंदर इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों ने सरकार के इशारे पर फैसले दिए हैं। हाईकोर्ट के जजों ने अवामी लीग के नेता मुफस्सल हुसैन को अवैध संपत्ति रखने के आरोप से बरी कर दिया। जबकि, इन्हीं आरोपों में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता इकबाल हसन, मोहम्मद टुकु और अमानुल्लाह अमन को जेल भेज दिया। इसलिए ऐसे जजों को अपने ओहदे पर रहने का अख्तियार नहीं है। बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट ने कहा कि अगर यह जज अपने ओहदे से इस्तीफा नहीं देते तो वह उनका नाम भी सबके सामने बताएंगे। उन्होंने स्टेट ला ऑफिसर्स अटॉर्नी जनरल ए अमीनुद्दीन, एंटी करप्शन कमीशन और नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन के चीफ से भी हफ्ते भर के अंदर इस्तीफा देने की मांग की है।
राजनीतिक कैदियों को रिहा करने की मांग
उन्होंने कहा कि जो राजनीतिक कैदी जेल में है उनको तत्काल रिहा किया जाए। प्रेसीडेंट पहले ही एलान कर चुके हैं कि आंदोलन के दौरान गिरफ्तार छात्रों को जेल से रिहा किया जाएगा।
बांग्लादेश की संसद भंग
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए राष्ट्रपति शहाबुद्दीन ने बांग्लादेश की संसद को भंग कर दिया है। दूसरी तरफ, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की पूर्व पीएम बेगम खालिदा जिया को रिहा कर दिया गया है।