न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : अमया संगठन ने रांची के शिवली एकेडमी में बैठक कर अल्पसंख्यक मुद्दों पर चुप्पी साधने के लिए राज्य सरकार पर निशाना साधा है। राज्य सरकार से मांग की गई है कि उसने मुसलमानों से जो भी वादे किए थे उसे पूरा करें। बैठक में तय किया गया कि इन सभी मुद्दों पर सरकार को आगाह करने की रणनीति बनाने के लिए 17 अक्टूबर को अंजुमन इस्लामिया के मुसाफिरखाना में उर्दू दिवस का आयोजन किया जाएगा। उर्दू दिवस को लेकर तैयारी शुरू हो गई है।
आमया संगठन की इस बैठक में
अध्यक्ष एस अली ने कहा कि महागठबंधन सरकार बने 22 महीने होने को हैं। लेकिन घोषणा पत्र में शामिल अल्पसंख्यकों के अधिकार, रोजगार, शिक्षा और विकास से जुड़े एक भी एजेंडों को पूरा नहीं किया गया। इस बीच लगातार राज्य की तीसरी बड़ी आबादी अपनी मांगें सरकार को अवगत कराती रही है। केन्द्र सरकार द्वारा संचालित अल्पसंख्यक विकास योजनाओं की राशि भी राज्य द्वारा प्रस्ताव नहीं भेजे जाने के कारण दो वित्तीय वर्ष से नही मिली।
अल्पसंख्यक आयोग को न्यायिक अधिकार, वक्फ बोर्ड, हज कमेटी, अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम को संवैधानिक अधिकार और ढांचागत सुविधाओं पर कोई चर्चा तक नहीं हुई।
माॅबलिंचिंग से प्रभावित परिवारों को न्याय और मुआवजा देने, आलिम एवं फाजिल की परीक्षा विश्वविद्यालय से कराने आदि मुद्दों पर कोई पहल नहीं हुई है।
प्राइमरी स्कूलों के रिक्त 3710 उर्दू शिक्षकों के पद पर बहाली, +2 विद्यालयों में उर्दू शिक्षक के पद सृजित करने, उर्दू भाषा लिपि में किताबें, सिलेबस और शिक्षा देने के लिए कोई निर्णय नहीं हो पाया।
ऐसे कई अहम सवालों को लेकर 17 अक्टूबर रविवार को अंजुमन इस्लामिया मुसाफिरखाना में 11 बजे से उर्दू मिलन समारोह का आयोजन किया गया है। बैठक का संचालन नौशाद आलम ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अफताब आलम ने की। बैठक को मो फुरकान, अफताब अंसारी, अब्दुल बारीक, आसिफ रूहहुल्ला, मंजूर अंसारी, तहमीद अंसारी, इकराम अंसारी, सुभान अंसारी, साकिर अंसारी, जुनैद अंसारी, तौसीफ़ अंसारी, तस्लीम अंसारी, मो आदिल, अफसर अंसारी आदि ने संबोधित किया।