न्यूज़ बी : इराक के एक वरिष्ठ नेता हादी अल अमीरी ने आईआरजीसी के पूर्व कमांडर स्वर्गीय कासिम सुलेमानी को याद किया है। उन्होंने कहा कि जब आइएसआइएस के आतंकी बगदाद एयरपोर्ट से सिर्फ 20 किलोमीटर दूर थे और पूरा इराक दहशत में था, तो उन्होंने जनरल कासिम सुलेमानी से बात की। वह तब इराक में ही थे और अगले ही दिन ईरान की सबसे ताकतवर बासिज फोर्स के जवान इराक की सीमा पार कर बगदाद पहुंचे और आइएसआइएस के आतंकियों को चुन चुन कर खत्म करना शुरू किया।
इसराइल गजा युद्ध में इराक की पापुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज भी हिस्सा ले रही है। यह फोर्सेज इराक व सीरिया में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले कर रही है। इसे लेकर इराक और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है। अमेरिका ने इस फोर्सेज के ठिकानों पर हमले कर कई फौजियों को शहीद किया तो इराक ने अमेरिका को चेतावनी जारी की। सूत्र बताते हैं कि अमेरिका ने इराक को इस फौज से संबंध खत्म करने को कहा है। यह वही फौज है, जिसे आईएसआईएस से युद्ध के बाद अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने खत्म करने का प्रयास किया था। इराक पर इस फोर्सेज को खत्म करने और इनके हथियार जमा कराने को कहा था। लेकिन इराक ने ऐसा करने से मना कर दिया था और इस फोर्सेज को अपनी रेगुलर सेना का हिस्सा होने का दर्जा दे दिया था। बताते हैं कि यह फोर्स इराक के वरिष्ठ धार्मिक नेता आयतुल्लाह सीस्तानी के कहने पर आईआरजीसी के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी ने बनाई थी। कासिम सुलेमानी के बचपन के दोस्त व क्लास फेलो अबू महदी अल मोहंदिस इसके अध्यक्ष थे। अब फिर अमेरिका चाहता है कि इराक इस फोर्स को खत्म करे। तभी इराक के इस बड़े नेता हादी अल अमीरी का बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें आतंक के खिलाफ युद्ध में पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स की भूमिका को रेखांकित किया गया है।