न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची: हाजी शाह सैयद सदरुद्दीन हैदर उर्फ हरे शाह बाबा का 28 वा सालाना उर्स बड़े जोश और सादगी के साथ मनाया गया। आयोजन समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों ने दरगाह में चादरपोशी व गुस्ल की रस्म अदा की। दरगाह पर ज्यारत के लिए पहुंचे अकीदतमंदों ने हरे शाह से देश को कोरोना महामारी से निजात दिलाने, अम्न व सलामती के लिए दुआ की। दरगाह के संरक्षक मो सईद इदरीसी वारसी और मोतवल्ली आफ़ताब आलम ने कहा कि हरे शाह सभी अकीदतमंदों की मुराद पूरी करते हैं। दरगाहें हमेशा ही देश दुनिया को भाईचारा और एकता का संदेश देती हैं। आफ़ताब आलम और मो तौहीद ने कहा कि कोरोना काल के चलते सरकार के दिशा निर्देशों के तहत उर्स का आयोजन किया गया। जबकि प्रतिवर्ष उर्स का आयोजन पूरे धूमधाम से किया जाता रहा है। ख़ानक़ाह चिश्तिया असदकिया अरमे शरीफ गुमला के सज्जादा नशीन सैयद गुलाम नूर जिलानी असदकी ने उर्स की मुबारकबाद देते हुए कहा कि सच्चे दिल से की गई दुआएं अवश्य पूरी होती हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते उर्स धूमधाम के बजाय सादगी से आयोजित किया गया। मो सईद इदरीसी और मो तौहीद के तरफ से दरगाह में चादर पोशी व फातेहा खानी हुई। इस अवसर पर झामुमो नेता आफताब आलम,अशफाक आलम, सेंट्रल मोहर्रम कमेटी के महासचिव अकिलुर्रह्मान, मोहम्मद सईद इदरीसी, रांची पब्लिक स्कूल के सचिव मोहम्मद तौहीद, मो तौफीक इदरीसी, कारी अयूब रिजवी, मौलाना नूर मोहम्मदज़ मौलाना निजामुद्दीन, मुफ्ती फैजुल्लाह मिस्बाही, डॉ ऐम हसनैन, मौलाना गुलाम मुस्तफा, मौलाना नूर, मो नईम, मंजूर इदरीसी, मोहम्मद तौफीक, मो शमशाद, मौलाना नसीम अख्तर, शम्स तबरेज असदकी, मोहम्मद फिरोज असदकी, खुशयावर असदकी, सैयद नजीब उद्दीन हैदर, अशफाक आलम चिश्ती, समेत झारखंड, बिहार, बंगाल, उड़ीसा, कटक के मुरीद शामिल हुए।