14 दिनों में विदेशों से आने वाले सभी लोगों की होगी काेरोना जांच
नए वैरिएंट को लेकर झारखंड में अलर्ट,
– 12 देशों से आने वाले लोगों को निगेटिव होने पर भी सात दिन रहना होगा क्वारंटाइन
– अन्य देशों से लौटने वाले लोगों में पांच प्रतिशत की होगी रैंडम आरटी-पीसीआर जांच
– अपर मुख्य सचिव ने सभी उपायुक्तों को जारी किए सतर्कता को लेकर दिशा-निर्देश
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : काेरोना के नए वैरिएंट ओमिक्राेन को लेकर राज्य सरकार भी अलर्ट हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी उपायुक्तों को अलर्ट जारी करते हुए पिछले 14 दिनों में दक्षिणी अफ्रीका सहित 12 अत्यधिक जोखिम वाले देशों से लौटनेवाले सभी लोगों की पहचान कर कोरोना जांच के आदेश दिए हैं। बकायदा ऐसे लोगों के नाम और मोबाइल नंबर भी सभी उपायुक्तों को भेजे गए हैंं। उन्होंने सभी उपायुक्तों को सर्विलांस बढ़ाने को भी कहा है।
अपर मुख्य सचिव ने केंद्र के निर्देश का हवाला देते हुए 12 अत्यधिक जोखिम वाले देशों से आनेवाले सभी लोगों की एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर जांच करने को कहा है। इनमें दक्षिणी अफ्रीका, ब्रिटेन समेत यूरोपीय संघ के देश, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मारीशस, न्यूजीलैैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग, इजरायल शामिल हैं। इन देशों से आनेवाले प्रत्येक यात्री के लिए सात दिन होम क्वारंटाइन अनिवार्य करने को कहा है। सात दिन होम क्वारंटाइन रहने के बाद आठवें दिन फिर जांच होगी। इसमें निगेटिव रिपोर्ट आने पर अगले सात दिन भी उसके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी। अन्य देशों से आनेवाले लोगों की एयरपोर्ट पर रैंडम तरीके से से पांच प्रतिशत यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी। ऐसे यात्रियों को निगेटिव जांच रिपोर्ट आने पर 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर खुद नजर रखनी होगी। पाजिटिव रिपोर्ट आने पर प्रोटोकाल के मुताबिक आइसोलेशन में रखकर इलाज कराया जाएगा। दूसरे देशों से आनेवाले लोगों को झारखंड आने से पहले आनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर अपनी पिछली 14 दिन यात्रा संबंधी विस्तृत जानकारी देनी भरनी होगी। 72 घंटे के भीतर की निगेटिव कोरोना आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट अपलोड करनी होगी।
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पाजिटिव आने पर कराएं जीनोम सिक्वेंसिंग
अपर मुख्य सचिव ने सभी उपायुक्तों को दूसरे देशों से लौटनेवाले उन लोगों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग भी अनिवार्य रूप से कराने को कहा है जो पाजिटिव पाए गए हैं। साथ ही उनके संपर्क में आनेवाले सभी लोगों की कोरोना जांच अनिवार्य रूप से कराने को कहा है। जीनोम सिक्वेंसिंग से पता चलेगा कि वायरस ओमिक्रोन है या कोई और वैरिएंट।
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टीकाकरण में ये जिले पिछड़ रहे, लाएं तेजी
अपर मुख्य सचिव ने कोरोना टीकाकरण में राज्य औसत से पिछड़ रहे जिलों को विशेष रूप से इसमें तेजी लाने को कहा है। उनके अनुसार, गुमला, लोहरदगा, पलामू, गढ़वा, लातेहार, गिरिडीह, चतरा, धनबाद, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, खूंटी, देवघर, गोड्डा, सरायकेला तथा साहिबगंज में पहली डोज का टीकाकरण राज्य औसत 69 प्रतिशत से कम है। इसी तरह, चतरा, लातेहार, गिरिडीह, गुमला, साहिबगंज, गढ़वा, लोहरदगा, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, धनबाद, पाकुड़, बोकारो तथा जामताड़ा में दूसरी डोज का टीकाकरण राज्य औसत 32 प्रतिशत से कम है।
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उपायुक्तों को ये भी निर्देश
– टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, वैक्सीनेट के सिद्धांत को सख्ती से लागू करें।
– कोरोना जांच व टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लाएं।
– संभावित खतरे से निपटने के लिए अस्पतालों में सभी आवश्यक तैयारी रखी जाए। दवा, उपकरण, जांच किट आदि का स्टाक पूरा हो।
– कोरोना उपयुक्त व्यवहार में कमी आई है, इसे सख्ती से लागू कराएं।
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