रिम्स ने ब्लैक फंगस के मरीज को दी नई जिंदगी
– पहली बार रिम्स के प्रोस्थोडोंटिक विभाग ने तैयार किया खास किस्म का कृत्रिम तालू
फूड पाइप के सहारे मरीज जी रहा था जिंदगी
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : ब्लैक फंगस के बाद जिस मरीज को खाना फूड पाइप से दिया जा रहा था, उसे रिम्स के चिकित्सकों ने बेहतर जिंदगी देने का काम किया। पहली बार रिम्स में ही तैयार किए गए कृत्रिम तालू और एक हिस्से के दांत को बनाने का काम किया। दरअसल गुमला के रहने वाले मरीज को कोरोना हो गया था। इसके बाद मरीज को म्यूकरमायकोसिस हो गया, जिसके कारण मरीज के एक तरफ का पूरा दांत और तालू ब्लैक फंगस के कारण काटकर निकालना पड़ा।
मरीज की सर्जरी रिम्स में ही हुई। ईएनटी विभाग के ही चिकित्सकों ने सर्जरी की। मगर, ऐसा पहली बार हुआ जब डेंटल कॉलेज के प्रास्थोडोंटिक विभाग के डॉ. जय प्रकाश ने अपने ही लैब में तैयार किए गए कृत्रिम तालू और दाएं तरफ का दांत लगाया। दांत ग्रीप बने रहे इसके लिए दूसरे हिस्से में स्टैनलेस स्टील का ग्रिप बनाकर उसेे तैयार किया गया।
अब मरीज सामान्य जिंदगी जी रहा है। उसे खाने के लिए फूड पाइप का सहारा नहीं लेना पड़ रहा है। पहली बार रिम्स ने कृत्रिम तालू तैयार कर मरीज को नई जिंदगी देने का काम किया है। मरीज भी अब काफी खुश है। सबसे बड़ी बात है मरीज को इसके लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। सिर्फ दो दिनों में इसे मरीज को लगा दिया गया। इसकी खासियत है कि रिम्स ने इसे सीमित संसाधन के बीच तैयार किया है। बाहर इलाज कराने पर मरीज को मोटी राशि खर्च करनी पड़ती। 40 हजार रुपये तक मरीज खर्च करना पड़ सकता है।