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स्वच्छ सर्वेक्षण में 8 पायदान नीचे पहुंचा रांची, मिली 38 वीं रैंक

स्वच्छ सर्वेक्षण में 8 पायदान नीचे पहुंचा रांची, मिली 38 वीं रैंक
सफाई की खराब स्थिति व कचरा निस्तारण प्लांट नहीं लगने का उठाना पड़ा खामियाजा
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची :
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में देश के 10 लाख से अधिक आबादी वाले 48 शहरों में रांची को 38 वीं रैंक मिला है। रांची पिछले साल की तुलना में 8 पायदान नीचे खिसक गया है। ऐसा शहर की सफाई की खराब स्थिति और कचरा निस्तारण प्लांट नहीं लग पाने की वजह से हुआ है। सर्विस लेवल प्रोग्रेस की स्थिति कमजोर रही है। इसके चलते रांची को पिछली बार की तुलना में कम अंक मिले हैं।
पिछले साल स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में राजधानी रांची को तीसरा स्थान मिला था। जबकि, 2019 में रांची 46 वें स्थान पर थी। स्वच्छ सर्वेक्षण के 3 साल के परिणाम बताते हैं कि रांची ने पिछले साल अच्छा काम किया था। सफाई की स्थिति भी बेहतर हुई थी। नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने साफ-सफाई की स्थिति मजबूत की थी। इस साल उन्होंने कचरा निस्तारण प्लांट लगाने और कचरा निस्तारित करने की बेहतर योजना भी तैयार की थी। लेकिन, दुर्भाग्य से यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी। गेल को रांची में कचरा निस्तारण प्लांट लगाना है। लेकिन वहां के रहने वालों के द्वारा भूमि का पेच फंसाए जाने के बाद मामला धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। रांची को इसका नुकसान उठाना पड़ा है। यही नहीं राजधानी में डोर टू डोर कचरा उठाव की स्थिति भी खराब है। साफ सफाई का काम देखने वाले नगर निगम के एक सिटी मैनेजर आफताब आलम ढंग से काम नहीं देख पा रहे हैं। इसके चलते काफी दिक्कत हो रही है। डोर टू डोर कचरा उठाव नहीं होने से लोग बाहर खुले में कचरा फेंक देते हैं। इससे राजधानी में कचरा जमा है। इस वजह से रांची का नंबर इस साल कट गया है। डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन में भी रांची को पिछले साल की तुलना में कम नंबर मिले हैं। डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के लिए मंत्रालय की टीम मार्च में आई थी। यही वजह है कि रांची इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी है। रांची नगर निगम की टीम ने रांची के लिए 3 स्टार सिटी का दावा किया था। लेकिन डायरेक्ट आप सर्वेशन में दावा सही नहीं मिलने से भी नंबर कटा है। रांची नगर निगम के अधिकारी इस बात के मंथन में जुटे हुए हैं कि उन्हें किस सेक्शन में कितने अंक मिले हैं। इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 6000 अंकों का है। इसमें से सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 2400 अंक, सिटीजन फीडबैक के 1800 अंक और सर्टिफिकेशन के 1800 अंक हैं।

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