नौ करोड़ रुपये से सुधरेगा राजधानी का ड्रेनेज सिस्टम
79 नालियों और सड़क का निर्माण कराएगा नगर निगम, इस पर खर्च होंगे नौ करोड़ 12 लाख 5265 रुपये
10744964 रुपये की लागत से पिस्का मोड़ में वेंडिंग जोन का होगा निर्माण
2805268 रुपये से वार्ड नंबर 2 ग्रीन पार्क में आरसीसी ड्रेन का निर्माण
2251378 रुपये की लागत से वार्ड नंबर 10 में पाहन टोली फ्रेंड्स कॉलोनी के डिस्टलरी ब्रिज पर स्टील रेलिंग का निर्माण
2091337 रुपये की लागत से वार्ड नंबर 17 में कसाई मोहल्ला में मिशन रोड तक नाली का हो रहा निर्माण
6660573 रुपये की लागत से वार्ड नंबर 20 में सेवा सदन के नजदीक बड़ा लाल स्ट्रीट में नाली के ऊपर स्लैब निर्माण
9042323 रुपये की लागत से वार्ड नंबर 20 गौसिया चौक से पिंजड़ा चौक तक ड्रेन के ऊपर स्लैब का निर्माण
8536214 रुपये की लागत से वार्ड नंबर 20 पिंजड़ा चौक में ड्रेन के ऊपर स्लैब का निर्माण
2777767 रुपये की लागत से वार्ड नंबर 44 में मजिस्ट्रेट कॉलोनी में नाली और स्टील रेलिंग का निर्माण
2507676 रुपये की लागत से वार्ड नंबर 45 में रिसालदार नगर में ड्रेन और उस पर स्लैब का निर्माण
16199513 रुपये की लागत से वार्ड नंबर 26 में हरमू में कुंवर सिंह पार्क का सुंदरीकरण
17354673 रुपये की लागत से नाली व सड़क निर्माण
राजधानी में विभिन्न वार्डों में पीसीसी सड़क और नाली निर्माण की 13 योजनाएं
22923579 रुपये की लागत से 56 नाली व सड़क
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : राजधानी में रांची नगर निगम ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने में नौ करोड़ 12 लाख 5265 रुपये खर्च कर रहा है। रांची नगर निगम इस राशि से शहर में नाली और सड़क बना रहा है। इसमें नाली की सर्वाधिक 55 योजनाएं हैं। माना जा रहा है कि इन योजनाओं के धरातल पर उतरने के बाद राजधानी का ड्रेनेज सिस्टम सुधरेगा। कई मोहल्लों से जलभराव की समस्या दूर हो जाएगी।
इन योजनाओं का टेंडर होने के बाद निर्माण कार्य शुरू है। जल्द ही ये योजनाएं धरातल पर उतर जाएंगी। गौरतलब है कि रांची का ड्रेनेज सिस्टम बेहद खराब है। इस वजह से बरसात का पानी जल्द निकल नहीं पाता। मोहल्लों में बरसात का पानी जमा रहता है। क्योंकि, यहां नाले काफी पुराने हैं। नए नालों का निर्माण नहीं हुआ है। राजधानी में विभिन्न मोहल्लों में छोटी नालियां भी नहीं बनी हैं। कहीं नाली बनी हैं तो वो बड़े नाले से नहीं जुड़ पाई हैं। इस वजह से यहां तकरीबन हर मोहल्ले में जलभराव की दिक्कत है। इससे निजात के लिए नगर निगम के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने पिछले साल इंजीनियरिंग शाखा से सर्वे कराया था और जहां जहां नाली निर्माण की जरूरत समझ में आई वहां की इसकी योजना तैयार की गई थी। योजना का टेंडर होने के बाद इन पर अब निर्माण कार्य शुरू है।