न्यूज़ बी: एनसीईआरटी ने इस साल कक्षा 3 और कक्षा 6 की किताबें बदलने का फैसला लिया है। कक्षा 6 की हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू की किताब छप कर आ गई है। कक्षा 6 की अंग्रेजी की नई किताब में भारतीय लेखकों की पोएम और स्टोरी को महत्व दिया गया है। विदेशी लेखकों की सिर्फ पांच पोएम इसमें रखी गई है। नई किताब में नर्चरिंग नेचर नाम का एक पाठ रखा गया है। इसमें स्पाइसेज दैट हील अस नामक सेक्शन में बच्चों को मसाले का प्रयोग बताया गया है। पाठ में बताया गया है कि मसाले का प्रयोग सिर्फ भोजन में ही नहीं होता। बल्कि इसका उपयोग कर दवाई भी बनाई जा सकती है। इसमें एक दादी अपने पोते को एक लेटर लिखती है। इस लेटर में यह विवरण दिया जाता है कि किस मसाले से कौन सी बीमारी ठीक होती है। इसमें विभिन्न प्रकार के मसाले से होने वाले लाभ के बारे में बताया गया है। गौरतलब है कि एनसीईआरटी नई शिक्षा नीति के हिसाब से किताबें तैयार कर रही है। पाठ्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी नेशनल सिलेबस एंड टीचिंग लर्निंग मटेरियल समिति की है। कक्षा 6 की मैथ, सोशल साइंस और साइंस की किताबें नहीं छप पाई हैं। कहा जा रहा है कि नेशनल सिलेबस एंड टीचिंग लर्निंग मटेरियल समिति ने अभी तक किताबों का पाठ्यक्रम नहीं दिया है। इस वजह से यह किताबें अभी नहीं छप पाई हैं। इसके चलते छात्रों को दिक्कत हो रही है। छात्र बिना इन किताबों के स्कूल जा रहे हैं। उधर अध्यापकों से कहा गया है कि जब तक यह किताबें नहीं छप जातीं तब तक उनकी जगह ब्रिज प्रोग्राम पढ़ाया जाए।