न्यूज़ बी: ईरान ने सीना सर्जन रोबोट बनाकर दुनिया भर के वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है। ईरान ने इस सर्जन रोबोट का नाम ईरान के विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक बू अली सीना के नाम पर रखा है। इस सर्जन रोबोट की लॉन्चिंग कर दी गई है। यह रोबोट तैयार कर ईरान के इंजीनियरों ने मेडिकल इंजीनियरिंग की उस दुनिया में प्रवेश किया जो काफी उच्च स्तरीय तकनीक की इंजीनियरिंग मानी जाती है। व्यापार जगत में इससे पहले अमेरिका का डाविंची सर्जन रोबोट मौजूद था। ईरानी रोबोट तैयार होने के बाद अब सर्जन रोबोट तैयार करने में अमेरिका का एकाधिकार खत्म हो गया है। ईरान का सीना नमक रोबोटिक सर्जरी सिस्टम सनआती शरीफ यूनिवर्सिटी के बायो मैकेनिक ग्रुप और तेहरान यूनिवर्सिटी के बायो मेडिकल व रोबोटिक टेक्नोलॉजी अनुसंधान केंद्र व न्यू मेडिकल टेक्नोलॉजी रिसर्च इंस्टीट्यूट के सहयोग से तैयार किया गया है।
जानें कैसे काम करता है ईरानी सर्जन रोबोट
इस रोबोट के दो हिस्से हैं। एक रिमोट सर्जरी कंसोल और दूसरा मरीज के बेड पर आधारित सर्जन रोबोट। सर्जिकल कंसोल में एक मॉनिटर दो मार्गदर्शक रोबोट और पैरों से नियंत्रित करने वाला पैडल शामिल हैं। इसके पीछे बैठकर डॉक्टर या सर्जन ऑपरेशन केंद्र से भेजी गई तस्वीरों को देखता है। सर्जिकल उपकरणों के साथ ही इमेजिंग कैमरे को दूर से ही नियंत्रित कर सकता है। दूसरी ओर तीन रोबोट इसमें शामिल हैं। इनमें दो उपकरण ले जाने वाले और एक फोटो लेने वाला रोबोट है। यह रोबोट मरीज के बिस्तर के पास तैनात रहता है। इस रोबोट पर सर्जन के आदेश को पूरा करने की जिम्मेदारी रहती है। ऑपरेशन के दौरान सर्जन के हाथों की गतिविधियों को दूसरे रोबोट द्वारा हासिल किया जाता है। इसे बाद वाले रोबोट तक भेजा जाता है। ताकि ऑपरेशन को बहुत ही सावधानी से अंजाम दिया जा सके। बीमार के बिस्तर के पीछे चलने वाले रोबोट और सर्जिकल कंसोल में काम करने वाले रोबोट के बीच संबंध या संपर्क को इंटरनेट जैसी तकनीक से तैयार किया जाता है।
इंडोनेशिया व रूस बने ईरानी सर्जन रोबोट के ग्राहक
ईरान इस रोबोट को इंडोनेशिया को निर्यात कर चुका है। सीना सर्जन रोबोट की एक और खासियत है कि यह अमेरिकी डाविंची सर्जन रोबोट के मुकाबले सस्ता है और तकनीक में डाविंची रोबोट को काफी पीछे छोड़ता है। इसीलिए विश्व में सीना सर्जन रोबोट की काफी मांग है। रूस ने इस रोबोट के लिए ईरान से समझौता किया है। ईरानी संस्थाओं का रूसी सेंट्रल रिसर्च एवं डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट इन रोबोटिक एंड साइबर मेडिकल टेक्नोलॉजी के साथ करार हुआ है। इस एमओयू के अनुसार ईरान के सीना सर्जन रोबोट की आधी असेंबलिंग ईरान में होगी और फिर इसको रूस को निर्यात कर दिया जाएगा। यहां सेंट पीटर्सबर्ग में इसकी पूरी असेंबलिंग की जाएगी।