न्यूज़बी रिपोर्टर , रांची : राजधानी के बरियातू में जोड़ा तालाब के सुंदरीकरण का काम शुरू नहीं हुआ तो एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। रांची नगर निगम के अधीक्षण अभियंता रमाशंकर राम ने सिंहल कंपनी को नोटिस जारी कर दी है। एजेंसी को जोड़ा तालाब के सुंदरीकरण का काम एक पखवाड़े के अंदर शुरू करने को कहा गया है।
गौरतलब है कि जोड़ा तालाब के सुंदरीकरण के लिए रांची नगर निगम ने दो करोड़ 21 लाख 53 हजार 500 रुपये का प्रावधान किया था। अब तक जोड़ा तालाब का सुंदरीकरण नहीं हो पाया है। जिस एजेंसी को काम दिया गया था उसने अधूरा काम किया और नगर निगम से एक करोड़ 20 लाख रुपये झटक कर काम छोड़ कर चली गई। जो काम हुआ था, उसके खंडहर अब तालाबों के चारों तरफ दिखाई दे रहे हैं। यहां टूटी फूटी सीढि़यां जोड़ा तालाब की जर्जर अवस्था को बयां करती हैं।
जोड़ा तालाब के सुंदरीकरण की कई साल से मांग की जा रही थी। इसके बाद नगर निगम ने इसके सुंदरीकरण का खाका तैयार किया। इंजीनियरों ने सर्वे किया और बताया कि जोड़ा तालाब का सुंदरीकरण करमटोली तालाब की तर्ज पर किया जाएगा। दो करोड़ 21 लाख 53 हजार 500 रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया। टेंडर हुआ और एक एजेंसी को टेंडर दे दिया गया। एजेंसी ने काम शुरू किया और रकम लेने के बाद एजेंसी अधूरा काम छोड़ कर गायब हो गई। इसके बाद बाकी का बचा काम दूसरी एजेंसी को दिया गया। इस एजेंसी ने थोड़ा बहुत काम शुरू किया। मगर, काम अधूरा छोड़ कर ये एजेंसी भी चली गई। तब से जोड़ा तालाब के सुंदरीकरण की फाइल आगे नहीं बढ़ पाई है।
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विधायक समेत कई जनप्रतिनिधियों ने लगाया जोर, पर नहीं बनी बात
विधायक सीपी सिंह भी जोड़ा तालाब के सुंदरीकरण का काम शुरू नहीं करा सके। बरियातू के लोगों ने जोड़ा तालाब का सुंदरीकरण नहीं हो पाने की शिकायत विधायक सीपी सिंह से की। इसके बाद, विधायक सीपी सिंह बरियातू पहुंचे और जोड़ा तालाब का निरीक्षण किया। लोगों को भरोसा दिलाया कि वो हर हाल में जोड़ा तालाब का सुंदरीकरण कराएंगे। इसके लिए नगर निगम से पूछेंगे कि आखिर जोड़ा तालाब का सुंदरीकरण क्यों नहीं हो पा रहा है। मगर, उनके प्रयास के बाद भी अब तक जोड़ा तालाब के सुंदरीकरण का काम नहीं हो सका।
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अधूरा फाउंडेशन कर रहा गेट का इंतजार
जोड़ा तालाब में गेट लगना था। दोनों तालाब में गेट लगना था और इसी गेट से लोग अंदर तालाब में जाकर प्राकृतिक छटा का आनंद लेते। गेट लगाने के लिए ठेकेदार एजेंसी ने फाउंडेशन तो तैयार कर दिया है, लेकिन फाउंडेशन भी पक्का नहीं है। सिर्फ सीमेंट की दीवार उठाकर मिट्टी भर दी गई है। ऐसा ही फाउंडेशन दूसरे तालाब में भी बनाया गया है। इस तालाब में भी गेट नहीं लगाया गया। दोनों तालाब में कमोबेश अधूरे काम ही किए गए हैं। इस पर गेट नहीं लगाया गया। जोड़ा तालाब में चारों तरफ सीढ़ियां बनी हैं। कुछ दूर तक दोनों तालाबों में सीढियां बनाई गई हैं। सीढ़ियों को भी प्लास्टर नहीं किया गया है। सीढ़ियां अधूरी छोड़ दी गई हैं। गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने की वजह से सीढ़ियां टूट रही हैं। दोनों तालाब के चारों तरफ बाउंड्री बनी थी। लेकिन, बाउंड्री नहीं बनाई गई है। पहली एजेंसी ने जोड़ा तालाब के बीच से निकलने वाली सड़क के दोनों तरफ सीढ़ी बनाने के लिए जमीन खोदकर छोड़ दी थी। इससे दोनों तालाबों के बीज से गुजरने वाली सड़क को खतरा था। काफी शोरगुल मचा। तब नगर निगम ने दूसरी एजेंसी को काम दिया और उसने भी थोड़ी बहुत सीढ़ियां बनाईं। दूसरी, एजेंसी भी काम छोड़ कर चली गई।
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रांची नगर निगम के अधीक्षण अभियंता रमाशंकर राम कहते हैं कि मामला नगर निगम के संज्ञान में है। इस मामले में एजेंसी के प्रतिनिधि को नोटिस देकर उससे जवाब तलब किया गया है। साथ ही अगर 15 दिन के अंदर काम शुरू नहीं हुआ। तो एजेंसी को काली सूची में डाला जाएगा।