न्यूज बी: इसराइल और गजा के बीच चल रहा युद्ध फैलता जा रहा है। यमन ने भी अब विस्फोटक पदार्थों से लैस मिसाइलों से हमला शुरू कर दिया है। बुधवार को अदन की खाड़ी में अमेरिकी आयल टैंकर ‘ एमवी ट्रू कॉन्फिडेंस’ पर हुए एक हमले में दो अमेरिकी मारे गए हैं। एक लापता है, जबकि, 6 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पेंटागन ने दो अमेरिकियों के मारे जाने और 6 के घायल होने की पुष्टि कर दी है। अब यह जहाज डूब रहा है। यमन ने बुधवार की शाम अदन की खाड़ी में अमेरिका के जहाज पर हमला किया। गौरतलब है कि हौसी सेना का लाल सागर पर कब्जा है। जबकि, अदन की खाड़ी पर अमेरिकी समर्थित यमनियों का कब्जा है। फिर भी अमेरिका अदन की खाड़ी में अपने जहाजों को नहीं बचा पा रहा है। यमन की हौसी सेना अमेरिका के लिए नासूर बनती जा रही है।
पहले बिना विस्फोटक पदार्थ वाली मिसाइल से होता था हमला
यमन की हौसी अंसारुल्लाह सेना पहले अमेरिका और अन्य जहाजों पर जिन मिसाइल से हमला करती थी। उनमें विस्फोटक पदार्थ नहीं होते थे। यह मिसाइल नौ सैनिक बेड़े या जहाज में जहां टकराती थीं वहीं जहाज का नुकसान होता था। कभी कभार जहाज में आग लग जाती थी, जिसे आसानी से बुझा लिया जाता था। ना कोई मौत होती थी और ना कोई घायल होता था। दरअसल हौसी अंसार उल्लाह सेना की यह नीति थी की इसराइल की तरफ जाने वाले जहाजों को रोका जा सके और किसी की जान का कोई नुकसान ना हो। लेकिन, जब अमेरिका ने यमन पर हमले कर नागरिकों की हत्या शुरू की और इसराइल लगातार गजा में नागरिकों की हत्या कर रहा है, तो अब यमन की सेना ने भी अपनी नीति बदली है और विस्फोटकों से भरी मिसाइलों का इस्तेमाल शुरू कर दिया गया है।