न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : जमशेदपुर में जिउतिया पर प्रशासनिक लापरवाही के चलते दो जान चली गई। बागबेड़ा के बड़ौदा घाट पर टेल्को के मनीफीट के रहने वाला किशोर ऋषि नदी में डूब गया था। उसका शव सोमवार की सुबह पुलिस ने निकाल लिया है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सोनारी के दोमुहानी में भी मनीफीट के ही रहने वाला प्रिंस स्वर्णरेखा नदी में डूब गया था। इसे लेकर खूब हंगामा भी हुआ। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रिंस की तलाश में कोशिश नहीं की। प्रिंस अभी तक नहीं मिला है। सोमवार को भी गोताखोर लगाए गए हैं। गौरतलब है कि छठ और दुर्गा पूजा पर प्रशासन और नगर निकाय मिलकर नदी घाट के किनारे सुरक्षा के उपाय करते हैं। नदी में गहराई की तरफ कोई ना जाए। इसके लिए निशान लगाए जाते हैं। जिला प्रशासन मजिस्ट्रेट की तैनाती करता है। गोताखोर तैनात रहते हैं। लेकिन, इस बार जिउतिया को हल्के में लिया गया। प्रशासन और नगर निकाय की तरफ से कोई सुरक्षा के उपाय नहीं किया गए। इसका नतीजा यह हुआ कि 2 लोगों की जान चली गई। दरअसल जिला प्रशासन ने जिउतिया को हल्के में लिया था। इसीलिए कोई प्रबंध नहीं किया गया।
.प्रशासनिक लापरवाही के चलते जिउतिया पर चली गई दो जान, Due to administrative negligence, the body of the sage recovered from the Swarna Kharkai river at Baroda Ghat, the search for the prince continues at Domuhani Ghat, two lives were lost on the banks of the river Ghat on the Jiutiya festival, दोमुहानी के प्रिंस की तलाश जारी, बड़ौदा घाट में डूबे ऋषि का शव मिला