मुलायम ने कहा उनकी तरक्की में पत्नी का था अहम रोल
न्यूज़ बी रिपोर्टर, यूपी : समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता का अंतिम संस्कार रविवार को लखनऊ में होगा। उनकी शनिवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में फेफड़े के संक्रमण की वजह से मौत हो गई थी। मुलायम सिंह का कहना है कि साधना गुप्ता उनके लिए काफी खुशकिस्मत साबित हुईं। जब से साधना मुलायम सिंह की जिंदगी में आई थीं। तब से मुलायम सिंह का राजनीतिक ग्राफ तेजी से ऊपर चढ़ा। वह मुख्यमंत्री भी बने।
विधूना की रहने वाली थीं साधना
साधना गुप्ता औरैया जिले के विधूना की रहने वाली थीं। मुलायम परिवार के करीबी बताते हैं कि 80 के दशक में मुलायम सिंह की मुलाकात साधना गुप्ता से हुई थी। मुलायम सिंह तब लोकदल में थे। तब साधना गुप्ता एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर मुलायम सिंह से मिली थीं। लेकिन दोनों का रिश्ता मजबूत होता चला गया।
पति से लिया था तलाक
साधना गुप्ता शादीशुदा थीं। उनकी शादी फर्रुखाबाद के चंद्र प्रकाश गुप्ता से हुई थी। लेकिन मुलायम से संपर्क में आने के बाद उनका तलाक हो गया। साधना भी सक्रिय राजनीति में आना चाहती थीं। पर करीबी बताते हैं कि मुलायम सिंह ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट में दिए हलफनामे से चला पता
साल 1999 में मुलायम के बेटे अखिलेश की शादी के रिसेप्शन में पहली बार साधना मुलायम परिवार के साथ दिखी थीं।। लोगों को साधना गुप्ता के बारे में तब जानकारी हुई जब मुलायम सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में आय से अधिक संपत्ति के मामले में साधना और उनके बेटे प्रतीक के बारे में शपथ पत्र में जानकारी दी थी। साधना के बेटे प्रतीक व्यवसाई हैं और अपना जिम चलाते हैं।
भाजपा में हैं साधना के बेटे की पत्नी अपर्णा
प्रतीक की पत्नी अपर्णा भाजपा नेता हैं। उन्होंने साल 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की सदस्यता ली थी। अपर्णा साल 2017 में लखनऊ कैंट से सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ी थीं और हार गई थीं।