न्यूज़ बी रिपोर्टर, मुंबई : महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट जारी है। इस बीच बागी विधायकों ने खुद के गुट को शिवसेना बाला साहब ठाकरे नाम देने का ऐलान किया है। दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे से बगावत करने वाले विधायकों के प्रति महाराष्ट्र के शिवसैनिकों में नाराजगी है। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने शिवसेना के एमएलए तानाजी सावंत के दफ्तर पर हमला कर तोड़फोड़ की। शिवसेना के एक कार्पोरेटर का कहना है कि यह शुरुआत है। शिवसैनिक सभी बागी विधायकों से नाराज हैं। दूसरी तरफ, बागी विधायकों द्वारा शिवसेना बाला साहब ठाकरे के नाम से गुट बनाने के ऐलान के बाद शिवसेना ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में कुछ विधायक पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। यह सभी विधायक बाला साहब ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना से विधायक चुने गए हैं। उन्हें आशंका है कि यह लोग शिवसेना के सिद्धांत को नुकसान पहुंचा रहे हैं। संदेह है कि बागी विधायक शिवसेना या बाला साहब के नाम का दुरुपयोग कर एक नई राजनीतिक पार्टी की स्थापना का भ्रम पैदा करना चाहते हैं। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भी कार्यकारिणी की बैठक के बाद कहा कि उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में तय हुआ है कि जिस ने पार्टी से गद्दारी की है। उसे माफ नहीं किया जाएगा और बाला साहब ठाकरे के नाम का गलत इस्तेमाल भी नहीं होने दिया जाएगा। दूसरी तरफ डिप्टी स्पीकर ने 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी कर दिया है। इन्हें 27 जून की शाम 5:30 बजे तक जवाब देने को कहा गया है। नोटिस में कहा गया है कि अगर बागी विधायक जवाब नहीं देते तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।