न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में झारखंड के 138 लोग वहां फंसे हुए हैं। सरकार ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालने की कवायद शुरू कर दी है। इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा और उन्हें यूक्रेन में फंसे। झारखंड के नागरिकों की सूची सौंपते हुए इनकी जल्द वापसी की मांग उठाई है।
प्रदेश सरकार ने जो कंट्रोल रूम बनाया है, उसमें आई जानकारी के अनुसार अब तक झारखंड के 138 लोगों का पता चला है जो यूक्रेन में हैं। इनमें 45 महिलाएं और 93 पुरुष हैं। 26 फरवरी को लोगों ने कंट्रोल रूम को फोन कर कुल 86 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी दी थी। इनमें 24 महिलाएं और 62 पुरुष हैं। जबकि 27 फरवरी को 52 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिली है। इनमें 30 महिलाएं और एक पुरुष है। इस तरह कुल 138 लोग यूक्रेन फंसे हुए हैं। 27 फरवरी को जिन 52 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिली है। उनमें पूर्वी सिंहभूम के छह, बोकारो के 11, गोड्डा के 10, साहबगंज के छह, लातेहार के तीन, रामगढ़ के तीन, रांची के तीन, वेस्ट सिंहभूम के तीन, धनबाद के दो, हजारीबाग के दो, गढ़वा का एक, लोहरदगा का एक और पाकुड़ का एक व्यक्ति शामिल है। 27 फरवरी यानी रविवार को जिन 52 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिली है। उनमें बोकारो के 11 लोगों में 7 महिला व 4 पुरुष, गोड्डा के 10 लोगों में एक महिला व नौ पुरुष, पूर्वी सिंहभूम के 6 लोगों में 4 महिलाएं व 2 पुरुष, साहबगंज के छह लोगों में सभी छह पुरुष, लातेहार के तीन लोगों में सभी तीन महिलाएं, रामगढ़ के तीन लोगों में सभी तीन पुरुष, रांची के तीन लोगों में सभी तीन महिलाएंं, पश्चिमी सिंहभूम के तीन लोगों में दो महिला व एक पुरुष, धनबाद के दो लोगों में दोनों पुरुष, हजारीबाग के दो लोगों में सभी पुरुष, गढ़वा के एक लोग में एक पुरुष, लोहरदगा के एक लोगों में एक महिला, पाकुड़ के एक लोग में एक पुरुष शामिल है। इस तरह 52 लोगों में कुल 21 महिलाएं और 31 पुरुष यूक्रेन में फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन लोगों को यूक्रेन से निकालने के लिए गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है और उन्हें राज्य की उन लोगों की सूची भेजी है। जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गृह मंत्री को पत्र के जरिए बताया है कि झारखंड की सरकार अपने नागरिकों से लगातार संपर्क में है। वहां फंसे हुए लोग दहशत में हैं। वह लोग वहां खाने पीने की समस्या भी झेल रहे हैं। डिपार्टमेंटल स्टोर से जरूरी खरीद के बदले नकद भुगतान ही लिया जा रहा है। खराब मौसम के चलते नागरिकों की परेशानी और बढ़ रही है। इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गृह मंत्री अमित शाह से कहा कि झारखंड के नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत सरकार को हर संभव प्रयास करना चाहिए।