न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : रांची के सिविल कोर्ट में अधिवक्ता और उनके क्लाइंट के बीच मारपीट हुई है। इस मारपीट के बाद जमकर बवाल हुआ। बताया जाता है कि रांची जिला बार एसोसिएशन के प्रशासनिक सचिव पवन रंजन खत्री के साथ मारपीट हुई है। अधिवक्ता से मारपीट के बाद वकीलों में आक्रोश है। अधिवक्ता पवन खत्री और बार के अन्य सदस्यों ने मामले में कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। मामला दर्ज कर कोतवाली थाना पुलिस जांच में जुट गई है। बताते हैं कि इस मारपीट में वकील और मुवक्किल दोनों को चोटें आई हैं। मारपीट और हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस सिविल कोर्ट पहुंच गई थी और स्थिति को संभाला था। वकील ने भी इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार परिवार न्यायालय में भरण पोषण के मामले के एक केस में सुनवाई चल रही थी। तभी अधिवक्ता पवन खत्री और उनके वकील के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। दोनों में जमकर बहस हुई। कोर्ट रूम से बाहर निकलकर वकील गौरव और अधिवक्ता में धक्का-मुक्की होने लगी। बात बढ़ गई। मारपीट की नौबत आ गई। मुअक्किल गौरव का आरोप है कि वकीलों ने उन्हें टीओपी के पास रोक लिया और उनकी पिटाई कर दी। कोतवाली थाना प्रभारी शैलेश कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही वह दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए थे और मामले को शांत कराया था। उन्होंने बताया कि फैमिली कोर्ट में गौरव सिन्हा और उनकी पत्नी सुगनू कुमारी के बीच चल रहे भरण पोषण के मामले की सुनवाई चल रही थी। सुगनू कुमारी की तरफ से वकील पवन हैं। इसी बीच पवन और गौरव के बीच विवाद हुआ। दूसरी तरफ अधिवक्ता पवन खत्री ने मुजफ्फरनगर के रहने वाले गौरव सिन्हा के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराने के साथ ही चेन और 10000 रुपए छीनने का आरोप लगाया है। गौरव ने भी पवन खत्री पर चेन छीनने और पैसा छीनने का आरोप लगाया है। रांची जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संजय विद्रोही ने पवन खत्री के साथ हुई मारपीट की घटना पर कहा कि अब पीड़ितों को न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता भी सुरक्षित नहीं है। कोर्ट परिसर में घुसकर उनके साथ मारपीट की जा रही है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता शांतिपूर्ण मार्च निकालेंगे और एकजुटता का प्रदर्शन करेंगे।