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उर्दू के क्षेत्रीय भाषा में शामिल करने पर झामुमो नेताओं ने मनाई खुशी

झामुमो नेता बाबर खान बोले- उर्दू के बिना हर भाषा अधुरी है
न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर :
उर्दू में मिठास है। उर्दू प्यार की भाषा है। जो लोग उर्दू से अपनी नफरत जाहिर करते हैं। वह भी अपनी जबान में मिठास लाने के लिए उर्दू का सहारा लेते हैं। झारखंड सरकार द्वारा उर्दू के क्षेत्रीय भाषा घोषित किए जाने के बाद उर्दू बोलने वाले और उर्दू को पसंद करने वाले लोग खुश हैं। साकची में झामुमो
के सम्पर्क कार्यालय में रविवार को झारखंड सरकार द्वारा उर्दू भाषा को क्षेत्रीय भाषा में शामिल करने पर हेमंत सरकार को बधाई दी। एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। उर्दू के विस्तार पर सरकार की पहल पर बधाई दी। इस मौके पर मौजूद लोगों को उर्दू भाषा को गंगा जमुनी तहजीब बताते हुए बाबर खान ने कहा कि उर्दू के बिना हर भाषा अधूरी है। ये हम नहीं कह रहे इतिहास इसका गवाह है। भारत देश के प्रधान मंत्री ने भी उर्दू की तारीफ करते हुए इसे तहजीब वाली भाषा कहा है। स्वर्गीय गायिका लता मंगेशकर ने भी उर्दू से ही दुनिया में अपनी पहचान बनाई। बाबर खान ने कहा कि उर्दू भाषा पर झारखण्ड सरकार की नीयत अच्छी है। अब उर्दू टीचरों की बहाली हो। उर्दू अकेडमी बनाई जाए। उर्दू किताबों पर लगी बुरी नजर को हटाएं। उर्दू किताब की प्रिंटिंग शुरूर की जाए। सभी सरकारी कार्यालय में उर्दू के जानकारों की भर्ती की जाए। झारखंड के सभी सरकारी कार्यालय के साइन बोर्ड में उर्दू से भी जानकारी दी जाए।
इस मौके पर प्रमोद लाल, बाबर खान, अब्दुल बारी अंसारी, पिंटू लाल, सुभाष मित्तल, अरुण प्रसाद, शेख अहमद, रूप सिंह सिंकु, फैज अहमद मुख्तार अंसारी मोहम्मद शमी अहमद हसन अली फैयाज खान आने सिद्दीकी, शकील अनवर, राम बाबू सोनकर, रणधीर सिंह, रानू मंडल आदि कई लोगों ने खुशी मनाई।

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