आगामी बजट में चिकित्सकों के सुझावों को किया जायेगा शामिल
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आगामी बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए कई नई तकनीक के साथ आपके विचारों का सम्मान करते हुए उन्हें भी शामिल किया जाएगा और स्वास्थ्य के क्षेत्र को मजबूत किया जायेगा। यह बातें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आईपीएच सभागार नामकुम में आयोजित सबकी राय सबका बजट संगोष्ठी में उपस्थित झारखण्ड के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों से कहीं।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गप्ता ने कहा कि अगामी बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने हेतु क्या-क्या कदम उठाए जाने चाहिए, किन-किन चीजों को शामिल किया जाए, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके इसके लिए आपके सुझाव एवं विचारों को आमंत्रित किया गया है। सकारात्मक एवं बेहतर सुझावों एवं विचारों को अगामी बजट में तरजीह दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आयुष्मान भारत को और अधिक सरल बनाया जाएगा। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिले । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे कार्यों की निगरानी के लिए एक मॉनिटरिंग कमेटी बनाई जाएगी ।
संगोष्ठी में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक बेहतर कैसे बनाया जाए, सुविधाएं बढ़ाने हेतु कौन-कौन से कदम उठाए जाएं, इसे लेकर इस संगोष्ठी का आयोजन किया जा गया है। इसके माध्यम से आपके बहुमूल्य सुझावों को प्राप्त कर उसे अगामी बजट में शामिल किया जायेगा, ताकि उसके बेहतर परिणाम आएं और अधिक से अधिक लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिले। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में मेडिकल एजुकेशन है, लोगों से जुड़े स्वास्थ्य के मुद्दे हैं, फैमिली वेलफेयर है, नेशनल हेल्थ मिशन है, गर्भवती महिलाओं के लिए माताओं के लिए, बच्चों के लिए, किशोरियों के लिए कई तरह के प्रावधान हैं। विभिन्न प्रकार की बीमारियों के लिए कई सुविधाएं हैं। इन सुविधाओं को और अधिक बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
संगोष्ठी में कई चिकित्सक एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों ने साक्षा किए। चिकित्सकों ने सुझाव दिया कि जिन जिलों में बीमारियां व्याप्त हैं, उन जिलों को चिह्नित कर बजट का प्रावधान किया जाए। ताकि उन जिलों को अधिक से अधिक लाभ हो। साथ ही सभी जिलों में सरकारी फार्मेसी का प्रावधान हो । निजी मेडिकल कॉलेजों को बढ़ावा मिले। सिंगल विंडो सिस्टम का प्रावधान हो। इसी प्रकार कई सुझाव एवं विचार संगोष्टी में आए।
बजट संगोष्ठी में अपर अभियान निदेशक श्री पंकज शर्मा, स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों सहित झारखण्ड के प्रसिद्ध चिकित्सक एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य कर रहे लोग उपस्थित थे।