न्यूज़ बी रिपोर्टर,रांची : नगर निगम बोर्ड की सोमवार को हुई बैठक में भाजपा समर्थित वार्ड पार्षद मेयर आशा लकड़ा के पीछे लामबंद नजर आए। इससे पहले मार्च में हुई बैठक में मेयर को कुछ भाजपा समर्थित वार्ड पार्षदों के भी विरोध का सामना था। लेकिन इस बार सभागार का नजारा कुछ अलग था। वार्ड पार्षदों के समर्थन के बूते मेयर बैठक में मजबूती से अपनी बात कहती नजर आईं। मेयर ने जब अधिकारियों का विरोध प्रकट करते हुए खड़े होकर सभागार में नारा लगाया कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान करना होगा। तो भाजपा समर्थित वार्ड पार्षदों ने जवाब में कहा- करना होगा करना होगा। इसके बाद मेयर के पीछे पीछे सभागार से निकलकर निगम के मेन गेट पर धरने पर बैठ गए। गौरतलब है कि इससे पहले दो तीन बैठकों में मेयर को अपनी ही पार्टी के कुछ वार्ड पार्षदों के विरोध का सामना करना पड़ा था। 4 सितंबर को मेयर ने साफ सफाई की समीक्षा के लिए जो बैठक बुलाई थी। इसमें कोई अधिकारी नहीं पहुंचे थे। इसके बाद मेयर ने अधिकारियों पर कुछ टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी के बाद सारे अधिकारी मेयर के खिलाफ एकजुट हो गए थे। बाद में 13 सितंबर को बोर्ड की बैठक होने की फाइल भी बढी थी। इसे लेकर नगर विकास विभाग ने महाधिवक्ता से रांची नगर निगम में मेयर के अधिकार को लेकर मंतव्य भी मांगा। इस मंतव्य के आने के बाद राजनीति ने तेजी से करवट ली और लगभग पखवारे भर पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने पार्टी कार्यालय में भाजपा समर्थित वार्ड पार्षदों की लंबी बैठक बुलाई थी। सूत्रों का कहना है कि कई घंटे तक चली इस बैठक में सभी वार्ड पार्षदों को मेयर के पक्ष में एकजुट करने का काम हुआ। सभी वार्ड पार्षदों के मेयर के साथ हुए गिले-शिकवे दूर कराए गए। उस बैठक का असर सोमवार को हुई बोर्ड की बैठक में दिखा और सभी भाजपा समर्थित वार्ड पार्षद मेयर के साथ लामबंद नजर आए।
—–
बोर्ड की बैठक में दो फाड़ नजर आए वार्ड पार्षद
रांची नगर निगम की बोर्ड की बैठक में वार्ड पार्षद दो फाड़ नजर आए। शुरुआत में तो लगा कि वार्ड पार्षदों में एकता है। जब अधिकारियों ने बोर्ड की बैठक का बहिष्कार किया। तो सभी वार्ड पार्षद ने एक सुर में कहा कि बैठक होनी चाहिए। अधिकारियों को आना चाहिए। अधिकारी बैठक का बहिष्कार कर गलत कर रहे हैं। लेकिन बाद में जब अधिकारी दोबारा सभागार में आए और मेयर से माफी की मांग की तो वार्ड पार्षद नाजिमा रजा ने खड़े होकर कहा कि अधिकारी सही कह रहे हैं। सब का सम्मान होता है। अधिकारियों का भी सम्मान होना चाहिए। इसके बाद जब रोशनी खलखो पर अधीक्षण अभियंता रमाशंकर राम की टिप्पणी को लेकर मेयर और वार्ड पार्षद बाहर निकले। तो वार्ड पार्षद फिर दो हिस्सों में बट गया। ज्यादातर राजद, कांग्रेस और झामुमो के खेमे से जुड़े वार्ड पार्षदों का कहना था कि बेवजह जिद पर अड़ी है। मेयर को माफी मांग लेनी चाहिए। मेयर ने जो बात कही है। अधिकारी उसका सबूत भी पेश कर रहे हैं। मेयर को अधिकारियों से माफी मांग लेनी चाहिए। ताकि जनहित में बोर्ड की बैठक शुरू हो सके। मेयर की जिद के आगे जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनी जा पा रही है। बोर्ड की ही एक बैठक है। जिसमें वार्ड पार्षद अपनी बात रख सकते हैं। इसलिए मेयर अपनी जिद छोड़ें।
—–
नाजिमा रजा बोलीं- मेयर के आवास पर कुछ वार्ड पार्षदों ने की थी बैठक
वार्ड पार्षदों में दो फड़ होने के मुद्दे पर वार्ड पार्षदों ने चर्चा भी की। वार्ड पार्षदों का कहना था कि सभी वार्ड पार्षदों को बोर्ड की बैठक के मुद्दे पर एकजुट रहना चाहिए। पहले भी तय हुआ था कि वार्ड पार्षद बोर्ड की बैठक चाहते हैं। सभी वार्ड पार्षद एकजुट रहें। तो फिर पार्षदों में क्यों दो फाड़ हो गया। इस पर वार्ड पार्षद नाजमा रजा का कहना था की मेयर आशा लाकड़ा के आवास पर रविवार को वार्ड पार्षदों ने बैठक की है। वहां रणनीति बनाई गई कि बोर्ड की बैठक में क्या-क्या करना है। उसी रणनीति पर काम हो रहा है। वार्ड पार्षदों की एकता तो उन्हीं लोगों ने तोड़ी है। बैठक में सभी वार्ड पार्षदों को बुलाना चाहिए था। इस पर एक वार्ड पार्षद ने कहा कि वह भाजपा से भी जुड़े हैं। भाजपा के आलाकमान के निर्देश पर बैठक हुई। इसलिए वह लोग बैठक में गए थे।
———–
चार वार्ड पार्षदों को शो काज किया था, तब कहां गया सम्मान
वार्ड पार्षद नाजिमा रजा ने कहा कि वार्ड पार्षदों का सम्मान होना चाहिए। इसमें किसी को भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछली बैठक के बाद मेयर आशा लकड़ा ने ही वार्ड पार्षद नाजिमा रजा और फिरोज समेत चार वार्ड पार्षदों को शो काज किया था। तब उन्हें वार्ड पार्षदों का सम्मान क्यों नहीं नजर आया।
——
नगर निगम बोर्ड की बैठक होनी चाहिए थी। मेयर बेवजह जिद पर अड़ी थीं। मेयर को खेद प्रकट कर बात खत्म करनी चाहिए।
वार्ड पार्षद सोनी परवीन, वार्ड
बोर्ड की बैठक में जो कुछ हुआ वह ठीक नहीं था। मेयर के चलते जिच पैदा हुई। मेयर को सूझबूझ से काम लेना चाहिए और अधिकारियों से खेद प्रकट कर मामला खत्म करना चाहिए। ताकि बैठक हो सके।
वार्ड पार्षद शबाना खान
औरंगजेब का नाम लेकर अधिकारियों को अपशब्द कहा है, तो माफी मांग लेनी चाहिए। माफी मांगने से इंसान छोटा नहीं होता। उसका कद बढ़ जाता है। नगर निगम बोर्ड की बैठक होनी चाहिए।
वार्ड पार्षद उर्मिला यादव
—-
नगर निगम बोर्ड की बैठक होनी चाहिए। इसी बैठक में वार्ड पार्षद अपने इलाके की समस्या सड़क निर्माण व नाली निर्माण का प्रस्ताव पेश करते हैं।
शबाना खान, वार्ड पार्षद वार्ड नंबर 17
नगर निगम में जो कुछ हुआ वह सही नहीं है। हंगामा नहीं होना चाहिए। शांतिपूर्ण तरीके से बैठक होनी चाहिए। मेयर को खेद प्रकट करना चाहिए।
वार्ड पार्षद मोहम्मद फिरोज
बोर्ड की बैठक होगी तो राजधानी का विकास होगा। नगर में कई सड़कें खराब हैं। नालियां नहीं हैं। जलजमाव हो रहा है। हम सब को उसकी चिंता करनी चाहिए। मेयर खेद प्रकट कर गतिरोध को दूर करें।
वार्ड पार्षद साजिदा खातून,
अधिकारी बेवजह जिद पर अड़े हैं। अधिकारियों को बैठक में शामिल होना चाहिए। ताकि बोर्ड की बैठक हो सके। जनप्रतिनिधियों का भी सम्मान करना चाहिए। वार्ड पार्षद रोशनी खलखो से बीच में हस्तक्षेप नहीं करने की जो बात अधीक्षण अभियंता ने कही वह ठीक नहीं है।
वार्ड पार्षद विनोद सिंह, वार्ड नंबर 34
बोर्ड की बैठक होनी चाहिए। अधिकारियों को भी समझना चाहिए। मेयर बोल रही हैं कि उनकी जबान फिसल गई तो इस पर मामला खत्म कर देना चाहिए। बोर्ड की बैठक जरूरी है। वार्ड पार्षद अरुण झा
बोर्ड की बैठक पर ही रांची के विकास का दारोमदार है। बोर्ड की बैठक नहीं हो रही है। राजधानी में जलजमाव हो रहा है। मेयर बोर्ड की बैठक कराएं और गतिरोध को दूर करें।
हुस्न आरा वार्ड पार्षद वार्ड नंबर
बोर्ड की बैठक जरूरी है। इसी बैठक में वार्ड पार्षद अपनी समस्या रखते हैं। क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है। बोर्ड की बैठक आयोजित हो। शांतिपूर्ण तरीके से इसे आयोजित किया जाए।
नाजिया असलम वार्ड पार्षद वार्ड नंबर
—-
अधिकारी जनप्रतिनिधियों का सम्मान करना सीखें। बोर्ड की बैठक में वार्ड पार्षद को अपनी बात कहने का हक है। अधिकारी बोर्ड की बैठक में आएं। गतिरोध दूर करें। ताकि बैठक हो सके।
रोशनी खलखो वार्ड पार्षद वार्ड नंबर
—-
बैठक का वार्ड पार्षदों को कई महीने से इंतजार था। बैठक हुई तो इसे शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहिए। दोनों पक्ष संयम बरतें और बोर्ड की बैठक आयोजित करें।
वार्ड पार्षद प्रीति रंजन वार्ड नंबर
बोर्ड की बैठक 30 सितंबर को बुलाई गई है। मेयर और अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि यह बैठक शांतिपूर्ण माहौल में हो। ताकि विकास कार्यों की रूपरेखा तैयार हो सके।
वार्ड पार्षद अर्जुन यादव वार्ड नंबर।