– न्यायालय ने 16 सितंबर तक रांची के कोर्ट में पेश करने का दिया आदेश
न्यूज़ बी, संवाददाता, रांची/इटावा : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी को लेकर मंगलवार को पुलिस के रांची के लिए रवाना दी।
सोमवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) दिलीप सचान की अदालत में ट्रांजिट रिमांड के लिए रांची पुलिस ने पेश किया। उन्हें रविवार रात को उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई से लखनऊ स्थित संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंटस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइसेंज (एसजीपीजीआइ) के लिए रेफर कर दिया गया था। सीजेएम ने बहस के बाद सुनील को 16 सितंबर तक रांची के न्यायालय में पेश करने का आदेश दिया है। इससे पहले उनका सरकारी अस्पताल में चेकअप कराने और वहां उन्हें चलने लायक नहीं बताने पर आगे की कार्रवाई उसी अनुसार करने को कहा है। उधर, कोर्ट से
बाहर निकलने के बाद सलाहकार ने कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है।
रांची जिले के एजी कालोनी निवासी 60 वर्षीय सुनील तिवारी के खिलाफ अरगोड़ा थाने में 16 अगस्त को आदिवासी नाबालिग ने दुष्कर्म, छेड़छाड़ और एससएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था। उन्होंने मामले में अग्रिम जमानत याचिका भी दायर की थी, जिसे निचली अदालत ने खारिज कर दिया था। इसके बाद वे हाईकोर्ट गए थे। उन्हें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के चैनल नंबर 104 के पास बने होटल के कमरा नंबर 103 से रविवार को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
हृदय रोग की समस्या बताने पर उन्हें पहले सैफई और फिर रात में ही लखनऊ एसजीपीजीआइ ले जाया गया था। वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष त्रिपाठी ने बताया कि न्यायालय ने 16 सितंबर तक उन्हें रांची कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही रांची पुलिस को उनकी बीमारी को भी ध्यान में रखना होगा। वहीं, सुनील ने कोर्ट से बाहर बातचीत में कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। आदिवासी बालिका काफी दिन पहले उनके यहां से काम करना छोड़कर चली गई थी। उसको बाद में मोहरा बनाकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। यह सब झारखंड सरकार के इशारे पर हो रहा है। वे न्यायालय से न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा।